रुद्रपुर: उधमसिंह नगर जिले के पंतनगर थाना क्षेत्र में बीती 24 अगस्त को हुई यशवंत गौड़ की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. हत्या के पीछे की वजह से 50 हजार रुपए का लेनदेन बताया जा रहा है. रुद्रपुर एसपी क्राइम चंद्र शेखर घोड़के ने पूरे मामले की जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि बीती 24 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली थी कि पंतनगर थाना क्षेत्र में टांडा के जगलों में किसी युवक का शव पड़ा हुआ. पुलिस ने मौके पर मामले की जांच पड़ताल की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. युवक के शरीर पर धारदार हथियार से हमला किया गया था. पुलिस पहले ही हत्या के एंगल से मामले की जांच कर रही थी.
पढ़ें- नैनीताल को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला विजयवाड़ा से अरेस्ट, आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के नाम का करता था इस्तेमाल
28 अगस्त को हुई थी मृतक की शिनाख्त: चार दिनों की छानबीन के बाद यानी 28 अगस्त को युवक की शिनाख्त हो पाई. मृतक की शिनाख्त यशवन्त गौड़ निवासी ग्राम सतबूंगा थाना मुक्तेश्वर के रूप में हुई. यशवन्त गौड़ के भाई ने ही शव की शिनाख्त की. यशवन्त गौड़ के भाई ने गौरव सिंह बिष्ट सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
तफ्तीश के दौरान थाना पुलिस ने तीनों आरोपी गौरव सिंह बिष्ट, मुदित हर्ष गौड़ और संजय सिंह उर्फ संजू को संजय वन से गिरफ्तार किया. पुलिस पूछताछ में आरोपी गौरव सिंह ने बताया कि यशवंत गौड़ ने उसके 50 हजार रुपए देने थे, लेकिन गौरव सिंह जब भी यशवंत गौड़ से पैसे मांगता तो वो उसे गाली देने लगता. इस वजह से गौरव सिंह ने गुस्से में आकर यशवंत गौड़ की छाती में चाकू घोंप दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
पढ़ें- Watch Video: हरिद्वार में घर के आगे से दिनदहाड़े स्कूटी चोरी, CCTV में कैद हुई घटना
इसके बाद गौरव सिंह बिष्ट ने अपने साथियों के साथ मिलकर यशवंत गौड़ के शव को ठिकाने लगाया. गौरव सिंह बिष्ट ने पुलिस को बताया कि उन्होंने यशवंत गौड़ का शव टांडा बैरियर चौकी से करीब आधा किलोमीटर नीचे आकर सड़क किनारे फेंक दिया था. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चाकू और उनके कपड़े भी बरामद कर लिए हैं.