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सरकारी अस्पताल में चल रहा कमीशन का खेल, मरीजों के साथ डॉक्टर कर रहे ऐसा काम - एलटी भट्ट राजकीय चिकित्साल्य काशीपुर

वे जांच करवाने एक निजी अस्पताल में गए तो जांच का खर्चा 2400 रुपये बताया गया. इतने पैसे न होने के चलते जब वे वापस अस्पताल पहुंचे तो उन्हें मालूम चला कि ये सभी जांचें अस्पताल में निःशुल्क उपलब्ध हैं.

मरीजों के साथ डॉक्टर कर रहे ऐसा काम
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Published : May 22, 2019, 12:00 AM IST

Updated : May 24, 2019, 2:22 PM IST

काशीपुर: एलटी भट्ट राजकीय चिकित्सालय इन दिनों दलालों और कमीशन खोरी का अड्डा बनता जा रहा है. पिछले दिनों हॉस्पिटल में एक दलाल द्वारा जन्म प्रमाण पत्र में नाम परिवर्तित कराने के एवज में रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ है. जिसके बाद अब डॉक्टर द्वारा कमीशन खोरी के चक्कर में अस्पताल में निशुल्क होने वाली जांच बाहर के डायग्नोस्टिक सेंटर से करवाने का मामला सामने आया है.

सरकारी अस्पताल में चल रहा कमीशन का खेल.

दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी की पुण्यतिथि मनाने अस्पताल पहुंचे कांग्रेसियों के सामने एक मरीज के परिजनों ने अभद्रता करने का आरोप लगाया. जिसके बाद कांग्रेसियों ने सीएमएस के कार्यालय में जाकर आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की. पीड़ित पक्ष ने बताया कि उसने अपने भाई को बीते रोज राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था. इस दौरान अमरजीत सिंह साहनी नामक डॉक्टर ने उन्हें बाहर से जांच कराने के लिए कहा.

पढ़ें- टिहरी लोकसभा सीट: माला राज्यलक्ष्मी शाह की हैट्रिक, जानिए क्या है नेपाल कनेक्शन

उन्होंने बताया कि जब वे जांच करवाने एक निजी अस्पताल में गए तो जांच का खर्चा 2400 रुपये बताया गया. इतने पैसे न होने के चलते जब वे वापस अस्पताल पहुंचे तो उन्हें मालूम चला कि ये सभी जांचें अस्पताल में निःशुल्क उपलब्ध हैं. पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया कि बाहर से जांच न करवाने से गुस्साए चिकित्सक ने गुस्से में आकर मरीज को तुरंत ही डिस्चार्ज कर दिया. वहीं उनके साथ गलत व्यवहार भी किया.

काशीपुर: एलटी भट्ट राजकीय चिकित्सालय इन दिनों दलालों और कमीशन खोरी का अड्डा बनता जा रहा है. पिछले दिनों हॉस्पिटल में एक दलाल द्वारा जन्म प्रमाण पत्र में नाम परिवर्तित कराने के एवज में रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ है. जिसके बाद अब डॉक्टर द्वारा कमीशन खोरी के चक्कर में अस्पताल में निशुल्क होने वाली जांच बाहर के डायग्नोस्टिक सेंटर से करवाने का मामला सामने आया है.

सरकारी अस्पताल में चल रहा कमीशन का खेल.

दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी की पुण्यतिथि मनाने अस्पताल पहुंचे कांग्रेसियों के सामने एक मरीज के परिजनों ने अभद्रता करने का आरोप लगाया. जिसके बाद कांग्रेसियों ने सीएमएस के कार्यालय में जाकर आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की. पीड़ित पक्ष ने बताया कि उसने अपने भाई को बीते रोज राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था. इस दौरान अमरजीत सिंह साहनी नामक डॉक्टर ने उन्हें बाहर से जांच कराने के लिए कहा.

पढ़ें- टिहरी लोकसभा सीट: माला राज्यलक्ष्मी शाह की हैट्रिक, जानिए क्या है नेपाल कनेक्शन

उन्होंने बताया कि जब वे जांच करवाने एक निजी अस्पताल में गए तो जांच का खर्चा 2400 रुपये बताया गया. इतने पैसे न होने के चलते जब वे वापस अस्पताल पहुंचे तो उन्हें मालूम चला कि ये सभी जांचें अस्पताल में निःशुल्क उपलब्ध हैं. पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया कि बाहर से जांच न करवाने से गुस्साए चिकित्सक ने गुस्से में आकर मरीज को तुरंत ही डिस्चार्ज कर दिया. वहीं उनके साथ गलत व्यवहार भी किया.

Intro:संबंधित खबर के विजुअल और बाइट मेल से भेज दिए गए हैं।

काशीपुर का एलटी भट्ट राजकीय चिकित्सालय आजकल दलालों और कमीशन खोरी का अड्डा बन गया है। पिछले दिनों हॉस्पिटल में एक दलाल के द्वारा जन्म प्रमाण पत्र में नाम परिवर्तित कराने के एवज में रिश्वत का स्टिंग सामने आने के बाद अब हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर के द्वारा कमीशन खोरी के चक्कर में अस्पताल में निशुल्क होने वाली जांचे बाहर के डायग्नोस्टिक सेंटर से करवाने का ताजा मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं मरीज के तीमारदारों ने उक्त डॉक्टर से जब इस मामले में शिकायत की तो डॉक्टर ने मानवता की सारी हदें पार करते हुए मरीज की सारी नली निकाल दी और अस्पताल से चले जाने को कहा। मरीज के तीमारदारों ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर चिकित्सालय में फल बांटने आए कांग्रेसियों से जब इसकी शिकायत की तो कांग्रेसियों ने सीएमएस का घेराव कर उक्त मामले में कार्यवाही की मांग की।




Body:प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि मनाने पहुंचे कांग्रेसियों के सामने जब एक मरीज के तीमारदारों ने चिकित्सालय के ही एक चिकित्सक पर बाहर से जांच कराये जाने व नहीं कराने पर उनके मरीज को डिस्चार्ज करते हुए अभद्रता करने का आरोप लगाया तो कांग्रेसी सीएमएस के कार्यालय में जा धमके। उन्होंने उक्त मामले को लेकर आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की। सीएमएस द्वारा उक्त मामले में जांच का आश्वासन दिये जाने पर कांग्रेसी शांत हुए।
वीओ- आज जब महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल के नेतृत्व में कांग्रेसी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर फल वितरित कर रहे थे, तभी मोहल्ला साबिक निवासी मुख्तार हुसैन अंसारी नामक एक व्यक्ति संदीप सहगल के पास पहुंचा और बताया कि उसने अपने भाई को बीते रोज राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था। इस दौरान चिकित्सालय के अमरजीत सिंह साहनी नामक चिकित्सक ने उन्हें एक सादे कागज पर कुछ जांच राजकीय चिकित्सालय के पास ए टू जेड डायग्नोस्टिक सेंटर पर कराए जाने को कहा।
वीओ- इस दौरान मुख्तार हुसैन ने बताया कि अमरजीत सिंह साहनी के द्वारा यह जांचे एक निजी चिकित्सालय में जाकर कराये जाने की बात कहे जाने पर वह वहां पहुंचे तो वहां जांच का खर्चा 24 सौ रूपये बताया। इतने पैसे उनके पास नहीं होने पर वह वापस अस्पताल में आए तो ज्ञात हुआ कि यह सभी जांचे अस्पताल में निःशुल्क उपलब्ध हैं। जिस पर उन्होंने चिकित्सक को अगले दिन यह जांचे कराए जाने की बात कही। 

वीओ- इस दौरान तीमारदार आरोप लगाया कि चिकित्सक ने गुस्से में आकर जहां उक्त मरीज को तुरंत ही डिस्चार्ज कर दिया। वहीं उनके साथ भी गलत व्यवहार किया। व्यक्ति द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेसी सीएमएस कार्यालय में पहुंच गए और उन्हें मामले की जानकारी दी। जिस पर सीएमएस डाॅ. बीके टम्टा ने जांच कर कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया।

बाइट- मरीज़ का पीड़ित तीमारदार
बाइट- डॉ वीके टम्टा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजकीय चिकित्सालय



Conclusion:
Last Updated : May 24, 2019, 2:22 PM IST
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