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खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी, CM धामी और अजय भट्ट ने शहीद आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि - shaheed diwas in khatima

खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी को आज खटीमा में शहीद दिवस (shaheed diwas in khatima) के रूप में मनाया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी शिरकत की. सीएम धामी और अजय भट्ट ने कहा कि खटीमा गोलीकांड के शहीदों की बदौलत ही हम लोगों को उत्तराखंड राज्य की प्राप्ति हुई है.

khatima golikand
खटीमा गोलीकांड
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Published : Sep 1, 2022, 1:07 PM IST

Updated : Sep 1, 2022, 4:01 PM IST

खटीमाः उत्तराखंड निर्माण के लिए अपनी शहादत देने वाले खटीमा गोलीकांड (khatima golikand) के शहीदों की याद में हर साल खटीमा में 1 सितंबर को शहीद दिवस का आयोजन किया जाता है. आज 1 सितंबर को उत्तराखंड के शहीदों की 28वीं बरसी (28th anniversary of Khatima shooting) के मौके पर खटीमा में नवनिर्मित शहीद पार्क में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.

खटीमा में आज उत्तराखंड राज्य निर्माण की मांग को लेकर आंदोलनकारियों पर हुए गोलीकांड की 28वीं बरसी पर नवनिर्मित शहीद पार्क में शहीदों की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट समेत क्षेत्र के सैकड़ों राज्य आंदोलनकारियों और स्थानीय जनता ने प्रतिभाग किया. इस मौके पर शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर मुख्यमंत्री धामी और अजय भट्ट ने सम्मानित किया.

खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी

इस दौरान शहीद पार्क में उपस्थित राज्य आंदोलनकारियों और आम जनता से सीएम ने कहा कि, खटीमा गोलीकांड के शहीदों की बदौलत ही हम लोगों को उत्तराखंड राज्य की प्राप्ति हुई है. सरकार का यह प्रयास है कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण शहीदों की इच्छा के अनुरूप किया जाए. इसको लेकर राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले शहीद दिवस पर घोषणा की थी कि अब खटीमा में जब भी शहीद दिवस मनाया जाएगा, वह राज्य सरकार के द्वारा मनाया जाएगा. इस बार से यह शुरुआत हो चुकी है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के सरकारी कार्यालयों पर लग सकता है ताला, अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति की आज से हड़ताल

सीएम ने कहा कि, सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारीकरण हमारी सरकार का मूल मंत्र है. भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिये 1064 शुरू की गई है. सचिवालय में सोमवार को नो मीटिंग डे रखा गया है ताकि शासन के अधिकारी लोगों से मिलने के लिये उपलब्ध रहें. जिला स्तरीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये गये हैं कि वो सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से 12 बजे तक अपने कार्यालयों में आम जनता से मिलने के लिये उपलब्ध रहेंगे, अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि, सरकार जो घोषणा करेगी उस घोषणा का लोकार्पण भी करेगी. खटीमा में सीएसडी कैंटीन, रोडवेज बस स्टेशन का निर्माण कार्य (गतिमान), खटीमा की सड़कों में डामरीकरण, खटीमा बाईपास का निर्माण, शारदा घाट, स्नान घाट, क्रोकोडाइल पार्क जैसे तमाम कार्य किए गए हैं, एवं कई अन्य योजनाएं गतिमान हैं.

वहीं, केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शासन-प्रशासन, मंत्रिमंडल एवं संगठन जनता सभी शहीदों के परिवारों के साथ खड़ी है. शहीदों के परिवारों का दुख हम सभी का दुख है. खटीमा में 1 सितंबर 1994 के दिन पुलिस की गोली से शहीद हुए शहीदों के कारण हमें उत्तराखंड राज्य मिला है. ऐसे शहीद और उनके परिजनों को वह शत-शत प्रणाम करते हैं. उनका प्रयास रहेगा कि शहीदों के इच्छा के अनुरूप ही राज्य का निर्माण हो.

नैनीताल में शहीदों को श्रद्धांजलिः खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी पर नैनीताल के गांधी चौक पर आंदोलनकारियों ने राज्य आंदोलनकारियों को नमन किया. आंदोलनकारियों ने 1 सितंबर 1994 की विभत्स घटना को याद करते हुए राज्य और केंद्र सरकार से नरसंहार में सम्मिलित अधिकारियों व पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की. बता दें कि राज्य गठन की मांग कर रहे खटीमा में 7 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इसके अलावा 165 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.

अल्मोड़ा में शहीदों को किया यादः खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी पर अल्मोड़ा में राज्य आंदोलनकारी संगठन और यूकेडी कार्यकर्ताओं ने धरना दिया. इस दौरान राज्य आंदोलनकारी संगठन ने गोली कांड में शहीदों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्य आंदोलनकारी ने खटीमा गोलीकांड में शहीदों को उत्तराखंड रत्न घोषित करने व सरकारी विकास योजनाओं के नाम शहीदों के नाम पर रखने की मांग की.

खटीमाः उत्तराखंड निर्माण के लिए अपनी शहादत देने वाले खटीमा गोलीकांड (khatima golikand) के शहीदों की याद में हर साल खटीमा में 1 सितंबर को शहीद दिवस का आयोजन किया जाता है. आज 1 सितंबर को उत्तराखंड के शहीदों की 28वीं बरसी (28th anniversary of Khatima shooting) के मौके पर खटीमा में नवनिर्मित शहीद पार्क में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही केंद्रीय रक्षा व पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.

खटीमा में आज उत्तराखंड राज्य निर्माण की मांग को लेकर आंदोलनकारियों पर हुए गोलीकांड की 28वीं बरसी पर नवनिर्मित शहीद पार्क में शहीदों की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट समेत क्षेत्र के सैकड़ों राज्य आंदोलनकारियों और स्थानीय जनता ने प्रतिभाग किया. इस मौके पर शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर मुख्यमंत्री धामी और अजय भट्ट ने सम्मानित किया.

खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी

इस दौरान शहीद पार्क में उपस्थित राज्य आंदोलनकारियों और आम जनता से सीएम ने कहा कि, खटीमा गोलीकांड के शहीदों की बदौलत ही हम लोगों को उत्तराखंड राज्य की प्राप्ति हुई है. सरकार का यह प्रयास है कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण शहीदों की इच्छा के अनुरूप किया जाए. इसको लेकर राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले शहीद दिवस पर घोषणा की थी कि अब खटीमा में जब भी शहीद दिवस मनाया जाएगा, वह राज्य सरकार के द्वारा मनाया जाएगा. इस बार से यह शुरुआत हो चुकी है.
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सीएम ने कहा कि, सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारीकरण हमारी सरकार का मूल मंत्र है. भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिये 1064 शुरू की गई है. सचिवालय में सोमवार को नो मीटिंग डे रखा गया है ताकि शासन के अधिकारी लोगों से मिलने के लिये उपलब्ध रहें. जिला स्तरीय अधिकारियों को भी निर्देश दिये गये हैं कि वो सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से 12 बजे तक अपने कार्यालयों में आम जनता से मिलने के लिये उपलब्ध रहेंगे, अधिकारी व कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि, सरकार जो घोषणा करेगी उस घोषणा का लोकार्पण भी करेगी. खटीमा में सीएसडी कैंटीन, रोडवेज बस स्टेशन का निर्माण कार्य (गतिमान), खटीमा की सड़कों में डामरीकरण, खटीमा बाईपास का निर्माण, शारदा घाट, स्नान घाट, क्रोकोडाइल पार्क जैसे तमाम कार्य किए गए हैं, एवं कई अन्य योजनाएं गतिमान हैं.

वहीं, केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शासन-प्रशासन, मंत्रिमंडल एवं संगठन जनता सभी शहीदों के परिवारों के साथ खड़ी है. शहीदों के परिवारों का दुख हम सभी का दुख है. खटीमा में 1 सितंबर 1994 के दिन पुलिस की गोली से शहीद हुए शहीदों के कारण हमें उत्तराखंड राज्य मिला है. ऐसे शहीद और उनके परिजनों को वह शत-शत प्रणाम करते हैं. उनका प्रयास रहेगा कि शहीदों के इच्छा के अनुरूप ही राज्य का निर्माण हो.

नैनीताल में शहीदों को श्रद्धांजलिः खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी पर नैनीताल के गांधी चौक पर आंदोलनकारियों ने राज्य आंदोलनकारियों को नमन किया. आंदोलनकारियों ने 1 सितंबर 1994 की विभत्स घटना को याद करते हुए राज्य और केंद्र सरकार से नरसंहार में सम्मिलित अधिकारियों व पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की. बता दें कि राज्य गठन की मांग कर रहे खटीमा में 7 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इसके अलावा 165 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.

अल्मोड़ा में शहीदों को किया यादः खटीमा गोलीकांड की 28वीं बरसी पर अल्मोड़ा में राज्य आंदोलनकारी संगठन और यूकेडी कार्यकर्ताओं ने धरना दिया. इस दौरान राज्य आंदोलनकारी संगठन ने गोली कांड में शहीदों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्य आंदोलनकारी ने खटीमा गोलीकांड में शहीदों को उत्तराखंड रत्न घोषित करने व सरकारी विकास योजनाओं के नाम शहीदों के नाम पर रखने की मांग की.

Last Updated : Sep 1, 2022, 4:01 PM IST
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