रुद्रपुर: औद्योगिक शहर रुद्रपुर में फोरलेन रिंग रोड की कवायद परवान चढ़ने लगी है. एनएचएआई द्वारा रिंग रोड निर्माण की मंजूरी के बाद जिला प्रशासन ने नोटिफिकेशन और अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी है. आठ सौ करोड़ की लागत से 21.3 किलोमीटर की रिंग रोड तैयार की जाएगी. वहीं फोरलेन रिंग रोड बनने से लोगों को जाम के झाम से निजात मिलने के साथ ही शहर की तस्वीर भी बदलेगी.
गौर हो कि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले कुछ सालों में कुमाऊं के प्रवेश द्वारा रुद्रपुर से लोगों का सफर आसान होने वाला है. फोरलेन रिंग रोड से लोगों को जाम के झाम से निजात मिलेगी. रुद्रपुर में बढ़ते यातायात के दवाब को कम करने के लिए लंबे समय से रिंग रोड की मांग की जा रही है. 5 साल पहले पीडब्ल्यूडी ने रुद्रपुर में 35 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का खाका खींचा था. लेकिन रिंग रोड के फिजिकल सर्वे के लिए जरूरी सवा करोड़ रुपये शासन से नहीं मिलने की वजह से प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया था. अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 21.3 किलोमीटर की रिंग रोड का प्रोजेक्ट तैयार किया है.
800 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली रिंग रोड रुद्रपुर के आउटर हिस्सों में 12 गांवों से होकर गुजरेगी. रुद्रपुर के आउटर हिस्से में प्रस्तावित रिंग रोड नेशनल हाईवे 74 में शिमला पिस्तोर, मलसा गांव होते हुए यूपी के टेमरी में मिलेगी. वहीं टेमरी होते हुए रुद्रपुर में नेशनल हाईवे 74 को क्रास करते हुए भगवानपुर, छतरपुर होते हुए नेशनल हाईवे 87 में मिलेगी. रिंग रोड के लिए नोटिफिकेशन और अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.