काशीपुर: सब कुछ ठीक रहा तो कुमाऊं और पहाड़ के लोगों को जल्द ही बाजपुर के बरहनी से हवाई यात्रा की सुविधा मिल सकती है. समाजसेवी केशव पासी के ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने की मांग पर केंद्र सरकार ने सर्वेक्षण टीम क्षेत्र में भेजी. सर्वेक्षण को पहुंची अधिकारियों की टीम ने स्थानीय अधिकारियों के साथ बरहनी जंगल का स्थलीय निरीक्षण किया.
इस दौरान टीम ने उत्तरी बीट के बरहनी से धूरिया एवं राय खत्ता क्षेत्र में टीम पहुंची. निरीक्षण के साथ ही भूमि की समतलता का अवलोकन भी किया गया. समुद्र तल से प्रस्तावित स्थल की ऊंचाई का अध्ययन करने के अलावा प्रस्तावित स्थल की लोंगिट्यूड एवं लैटीट्यूड (जीपीएस) पोजिशन, बौर नदी से नैनीताल हाई-वे की दूरी, सीमा क्षेत्र का अवलोकन प्रस्तावित स्थल के नीचे वाटर लेवल की जानकारी, प्रस्तावित स्थल से हरिपुरा बिजलीघर की दूरी जैसे अहम बिंदुओं का गहन अध्ययन किया गया.
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बाजपुर में एयरपोर्ट के लिए संघर्ष करने वाले समाजसेवी केशव पासी की पहल पर गुरुवार को नई दिल्ली से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्लानिंग विभाग के संयुक्त प्रबंधक देवोतोष माइत्रा, एके लाकरा (जेटी जीएम), एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के इंजीनियरिंग विभाग से अभ्यम शुक्ला, संजय अग्रवाल, भारतीय वायु सेना के मेजर (साटा ड्रोन) रुद्र कुमार की संयुक्त टीम ने निरीक्षण के दौरान सभी पहलुओं पर गहनता से अध्ययन किया. इसके बाद टीम शुक्रवार को पंतनगर एयरपोर्ट पहुंची और वहां से भी अपनी रिपोर्ट तैयार की.
गौर हो कि सात-आठ सालों से पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की बात तो कही जा रही थी पर इसको लेकर कोई कार्य नहीं किया. अब इसे सरकार की उदासीनता कहें या कुछ और, लेकिन समाजसेवी की पहल की वजह से एयरपोर्ट को लेकर बरहनी में केंद्र की टीम ने अध्ययन किया.