रुद्रपुर: चीनी मिल में चल रही धांधली के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शासन ने दो कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. इतना ही नहीं शासन ने दोनों कर्मचारियों से पांच लाख रुपए की राशि वसूलने के आदेश भी दिए हैं. किच्छा से बीजेपी विधायक राजेश शुक्ला ने इस मामले में शिकायत की थी.
किच्छा चीनी मिल में इस पेराई सत्र के शुरुआत से करीब 720 घंटे बंद रही है. इसके पीछे सिस्टम की लापरवाही का होना मुख्य कारण माना जा रहा था. इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला ने कड़ी आपत्ति जताते हुए शासन स्तर पर एक शिकायती पत्र भेजा था. शासन ने विधायक राजेश शुक्ला के पत्र का संज्ञान लेते हुए तत्कालीन बाजपुर के प्रधान प्रबंधक चंद्र सिंह इमलाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था.
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जांच में किच्छा चीनी मिल के तत्कालीन प्रभारी लेखा/आंतरिक सम्प्रेक्षक रमेश भसीन और तत्कालीन टाइम कीपर झारखंडे राय दोषी पाए गए हैं. रिपोर्ट के आधार पर शासन ने दोनों आधिकारियों को दोषी मानते हुए उन से पांच लाख तीन हजार छप्पन रुपए की वसूली के निर्देश भी दिए हैं.
इसके अलावा दोषी पाए गए दोनों ही कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से मिल से हटाने और भविष्य में वे किसी भी मिल में किसी भी पद पर काम नहीं कर सकते हैं. क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी. सिस्टम में रहकर जो भी व्यक्ति सिस्टम के खिलाफ काम करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. विधायक ने कहा कि किच्छा चीनी मिल में किसानों के हितों को कुचलने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम उजागर कर वे अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करते रहेंगे.