रुद्रपुर: उत्तराखंड में कोरोना का कहर अभी भी जारी है. कोरोना को लेकर शासन-प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है. जगह-जगह कोरोना सैंपलिंग की जा रही है, इस दौरान सैंपलिंग के दौरान फर्जीवाड़ा करने के मामले भी सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में पुलभट्टा बॉर्डर पर कोविड-19 सैंपलिंग की जांच के दौरान फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. जिसमें स्वास्थ्य विभाग ने लैब कर्मचारियों से हरिद्वार में इस्तेमाल की गई किट भी बरामद की है. मामले में पुलिस ने 8 लैब कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है.
उधम सिंह नगर के पुलभट्टा बॉर्डर पर यूपी से जनपद में प्रवेश के दौरान होने वाली कोविड-19 सैंपलिंग में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पुलिस ने सैंपल ले रहे 8 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है. राज्य सरकार ने यूपी से उत्तराखंड में प्रवेश के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया है. इसी के चलते बॉर्डर पर सैंपलिंग के लिए लैब के कर्मचारियों को लगाया गया है. लेकिन कर्मचारियों द्वारा सैंपलिंग के दौरान इस्तेमाल की गई किट का यूज किया जा रहा था. साथ ही सैंपल लेने के बाद स्टिक को नीचे फेंक कर रजिस्टर पर निगेटिव रिपोर्ट दर्ज की जा रही थी.
मामले की सूचना किच्छा सीएचसी अधीक्षक एचसी त्रिपाठी को मिली थी. वहीं पुलभट्टा बॉर्डर पर तैनात लैब कर्मचारी एक्सपायर डेट की किट का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसकी शिकायत मिली थी. जिसपर पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर जांच की. निजी लैब कर्मचारियों द्वारा हरिद्वार में इस्तेमाल की गई एंटीजन किट का इस्तेमाल किया जा रहा था. इसके अलावा मौके पर जब रजिस्टर चेक किया गया तो रजिस्टर में 103 लोगों की सैंपलिंग करना दर्शाया गया था. लेकिन मौके पर उनके द्वारा 6 किट ही दिखाई दी. जिसके बाद पुलिस ने एसडीएम के आदेश पर 8 लैब कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है.
पढ़ें: आखिरकार संस्कृति मंत्री ने ली लोक कलाकार प्रकाश मोहन गढ़वाली की सुध, दिया मदद का भरोसा
सीएचसी अधीक्षक एचसी त्रिपाठी ने बताया कि सैंपलिंग के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में लैब के 8 कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.