खटीमा: सीमांत गांव झाऊपरसा सुरई वन रेंज से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक 52 वर्षीय व्यक्ति की बाघ के हमले के कारण मौत हो गई है. व्यक्ति का शव झाड़ियों में क्षत विक्षत हालात में मिला है. वहीं, वन विभाग की टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया है. वहीं, बाघ के हमले के बाद से ग्रामीण खौफजदा हैं.
जानकारी के मुताबिक, खटीमा में शारदा सागर डैम के किनारे स्थित गांव झाऊपरसा निवासी रोहित रोजाना की तरह दिन में जानवरों का चारा लेने घर से थोड़ी दूर गया था. जहां पहले से ही घात लगाए बाघ ने उस पर हमला कर दिया. इस हमले में रोहित की मौत हो गई.
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वहीं, काफी देर तक घर न पहुंचने पर परिजनों व ग्रामीणों ने जब व्यक्ति की खोजबीन की तो घर से थोड़ी दूर शारदा सागर डैम की झाड़ियों में रोहित के शव के पास बाघ को देखा गया. वहीं, बाघ देखते ही ग्रामीणों में अफरा-तफरी और हड़कंप मच गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी. मौके पर पहुंचे वन कर्मचारियों ने बाघ को भगाकर मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए उप जिला चिकित्सालय खटीमा भेजा गया.
वन क्षेत्राधिकारी सुरई वन रेंज सुधीर कुमार ने बताया कि झाऊपरसा गांव का 52 वर्षीय रोहित घास काटने गया था. जिसकी टाइगर के हमले में मृत्यु हो गई है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु राजकीय उप जिला चिकित्सालय खटीमा भेज दिया गया है. पीड़ित परिवार के मुआवजे के लिए जल्द कार्रवाई की जा रही है. वन विभाग द्वारा टाइगर के मूवमेंट पर लगातार निगरानी रखी जा रही है.