रुद्रपुर: प्रदेश में वन्य जीवों की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है. इसी क्रम में शनिवार को वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने दुर्लभ वन्य जीव पैंगोलिन के साथ 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है. इससे पूर्व 29 अगस्त को भी 3 आरोपियों को पैंगोलिन के साथ गिरफ्तार किया गया था. तस्करों से बरामद पैंगोलिन वयस्क मादा है जो कुछ ही दिनों बाद बच्चों को जन्म दे सकती है. वन विभाग की टीम ने कोर्ट के आदेश के बाद पैंगोलिन को जंगल में छोड़ दिया है.
उधम सिंह नगर में सीडब्ल्यूसी, वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन की तस्करी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से 18 किलो का पैंगोलिन भी बरामद हुआ. मामले में चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. जबकि दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन को कोर्ट के आदेश के बाद जंगल में छोड़ दिया गया.
दरअसल, सीडब्ल्यूसी को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि उधम सिंह नगर के गूलरभोज क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति के पेंगोलिन की खरीद फरोख्त की जा रही है. इसके बाद टीम ने वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ के साथ छापेमारी कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम प्रदीप दास निवासी जसपुर, नरेंद्र सिंह निवासी पीलीभीत यूपी, सुभाष मजूमदार निवासी दिनेशपुर और संजय विश्वास निवासी सितारगंज बताया.
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आरोपियों ने बताया कि उनके द्वारा जसपुर से पैंगोलिन को पकड़ा गया था, जिसे बेचने के लिए वो रुद्रपुर आ रहे थे. इसके बाद वन विभाग की टीम ने सभी आरोपियो को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.
साथ ही कोर्ट ने वन विभाग को आदेश देते हुए कहा कि दुर्लभ वन्य जीव पेंगोलिन को मजिस्ट्रेट, वन विभाग के अधिकारी और दो गणमान्य लोगों के समक्ष वीडियो ग्राफी कर जंगल मे छोड़ा जाए, जिसके बाद इंडियन प्रजाति के पेंगोलिन को जंगल मे छोड़ दिया गया.
वाइल्ड लाइफ के लिए काम कर रहे भास्कर भंडारी ने बताया कि पैंगोलिन की विश्व में 8 प्रजाति पाई जाती हैं, जिसमें से 4 प्रजाति एशिया और 4 प्रजाति अफ्रीका में पाई जाती है. भारत में 2 प्रकार की प्रजाति मिलती है जो लोगों द्वारा शिकार करने के कारण खत्म होने की कगार पर हैं. भारत में इसके मांस और जिंदा पैंगोलिन की तंत्र-मंत्र की अफवाओं के चलते सबसे अधिक शिकार किया जाता है.