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रुद्रपुर: दुर्लभ पैंगोलिन के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार, भेजा जेल

सीडब्ल्यूसी, वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने दुर्लभ प्रजाति के पेंगोलिन की तस्करी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. वन विभाग की टीम ने कोर्ट के आदेश के बाद पैंगोलिन को जंगल में छोड़ दिया है.

दुर्लभ पेंगोलिन की तस्करी करने में 4 तस्कर गिरफ्तार.
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Published : Sep 15, 2019, 6:38 PM IST

रुद्रपुर: प्रदेश में वन्य जीवों की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है. इसी क्रम में शनिवार को वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने दुर्लभ वन्य जीव पैंगोलिन के साथ 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है. इससे पूर्व 29 अगस्त को भी 3 आरोपियों को पैंगोलिन के साथ गिरफ्तार किया गया था. तस्करों से बरामद पैंगोलिन वयस्क मादा है जो कुछ ही दिनों बाद बच्चों को जन्म दे सकती है. वन विभाग की टीम ने कोर्ट के आदेश के बाद पैंगोलिन को जंगल में छोड़ दिया है.

दुर्लभ पेंगोलिन की तस्करी करने में 4 तस्कर गिरफ्तार.

उधम सिंह नगर में सीडब्ल्यूसी, वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन की तस्करी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से 18 किलो का पैंगोलिन भी बरामद हुआ. मामले में चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. जबकि दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन को कोर्ट के आदेश के बाद जंगल में छोड़ दिया गया.

दरअसल, सीडब्ल्यूसी को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि उधम सिंह नगर के गूलरभोज क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति के पेंगोलिन की खरीद फरोख्त की जा रही है. इसके बाद टीम ने वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ के साथ छापेमारी कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम प्रदीप दास निवासी जसपुर, नरेंद्र सिंह निवासी पीलीभीत यूपी, सुभाष मजूमदार निवासी दिनेशपुर और संजय विश्वास निवासी सितारगंज बताया.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः प्रमोशन में आरक्षण का मुद्दा बना गले की फांस, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य निशाने पर

आरोपियों ने बताया कि उनके द्वारा जसपुर से पैंगोलिन को पकड़ा गया था, जिसे बेचने के लिए वो रुद्रपुर आ रहे थे. इसके बाद वन विभाग की टीम ने सभी आरोपियो को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.

साथ ही कोर्ट ने वन विभाग को आदेश देते हुए कहा कि दुर्लभ वन्य जीव पेंगोलिन को मजिस्ट्रेट, वन विभाग के अधिकारी और दो गणमान्य लोगों के समक्ष वीडियो ग्राफी कर जंगल मे छोड़ा जाए, जिसके बाद इंडियन प्रजाति के पेंगोलिन को जंगल मे छोड़ दिया गया.
वाइल्ड लाइफ के लिए काम कर रहे भास्कर भंडारी ने बताया कि पैंगोलिन की विश्व में 8 प्रजाति पाई जाती हैं, जिसमें से 4 प्रजाति एशिया और 4 प्रजाति अफ्रीका में पाई जाती है. भारत में 2 प्रकार की प्रजाति मिलती है जो लोगों द्वारा शिकार करने के कारण खत्म होने की कगार पर हैं. भारत में इसके मांस और जिंदा पैंगोलिन की तंत्र-मंत्र की अफवाओं के चलते सबसे अधिक शिकार किया जाता है.

रुद्रपुर: प्रदेश में वन्य जीवों की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है. इसी क्रम में शनिवार को वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने दुर्लभ वन्य जीव पैंगोलिन के साथ 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है. इससे पूर्व 29 अगस्त को भी 3 आरोपियों को पैंगोलिन के साथ गिरफ्तार किया गया था. तस्करों से बरामद पैंगोलिन वयस्क मादा है जो कुछ ही दिनों बाद बच्चों को जन्म दे सकती है. वन विभाग की टीम ने कोर्ट के आदेश के बाद पैंगोलिन को जंगल में छोड़ दिया है.

दुर्लभ पेंगोलिन की तस्करी करने में 4 तस्कर गिरफ्तार.

उधम सिंह नगर में सीडब्ल्यूसी, वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ की टीम ने दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन की तस्करी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से 18 किलो का पैंगोलिन भी बरामद हुआ. मामले में चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. जबकि दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन को कोर्ट के आदेश के बाद जंगल में छोड़ दिया गया.

दरअसल, सीडब्ल्यूसी को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि उधम सिंह नगर के गूलरभोज क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति के पेंगोलिन की खरीद फरोख्त की जा रही है. इसके बाद टीम ने वन विभाग और कुमाऊं एसटीएफ के साथ छापेमारी कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम प्रदीप दास निवासी जसपुर, नरेंद्र सिंह निवासी पीलीभीत यूपी, सुभाष मजूमदार निवासी दिनेशपुर और संजय विश्वास निवासी सितारगंज बताया.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः प्रमोशन में आरक्षण का मुद्दा बना गले की फांस, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य निशाने पर

आरोपियों ने बताया कि उनके द्वारा जसपुर से पैंगोलिन को पकड़ा गया था, जिसे बेचने के लिए वो रुद्रपुर आ रहे थे. इसके बाद वन विभाग की टीम ने सभी आरोपियो को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.

साथ ही कोर्ट ने वन विभाग को आदेश देते हुए कहा कि दुर्लभ वन्य जीव पेंगोलिन को मजिस्ट्रेट, वन विभाग के अधिकारी और दो गणमान्य लोगों के समक्ष वीडियो ग्राफी कर जंगल मे छोड़ा जाए, जिसके बाद इंडियन प्रजाति के पेंगोलिन को जंगल मे छोड़ दिया गया.
वाइल्ड लाइफ के लिए काम कर रहे भास्कर भंडारी ने बताया कि पैंगोलिन की विश्व में 8 प्रजाति पाई जाती हैं, जिसमें से 4 प्रजाति एशिया और 4 प्रजाति अफ्रीका में पाई जाती है. भारत में 2 प्रकार की प्रजाति मिलती है जो लोगों द्वारा शिकार करने के कारण खत्म होने की कगार पर हैं. भारत में इसके मांस और जिंदा पैंगोलिन की तंत्र-मंत्र की अफवाओं के चलते सबसे अधिक शिकार किया जाता है.

Intro:summry - वन्य जीवों की तस्करी रुकने का नाम नही ले रही है। शनिवार को वन विभाग और कुमाऊ एसटीएफ की टीम द्वारा दुर्लभ वन्य जीव पैंगोलिन के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व 29 अगस्त को भी 3 आरोपियो को पैंगोलिन के साथ गिरफ्तार किया गया था।

एंकर रुद्रपुर - वन विभाग, कुमाऊ एसटीएफ ओर डब्ल्यूसीसीबी की टीम द्वारा दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव पेंगोलिन के साथ 4 तस्करों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है। तस्करों से बरामद पैंगोलिन वयस्क मादा है जो कुछ दिनों बाद बच्चो को जन्म दे सकती है। आज वन विभाग की टीम द्वारा कोर्ट के आदेश के बाद पैंगोलिन को जंगल मे छोड़ा गया।


Body:वीओ - वन्य जीवों की तस्करी थमने का नाम नही ले रही है। ताज़ा मामला उधम सिंह नगर जिले का है। जहाँ पर सीडब्ल्यूसी, वन विभाग और कुमाऊ एसटीएफ की टीम द्वारा दुर्लभ प्रजाति के पेंगोलिन की तस्करी के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया । जिनके के पास 18 किलो का पेंगोलिन भी बरामद हुआ था। मामले में आज चारो आरोपियो को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। जबकि दुर्लभ प्रजाति के पेंगोलिन को कोर्ट के आदेश के बाद जंगल मे छोड़ा गया। दरशल सिडब्ल्यूसी को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि उधम सिंह नगर के गूलरभोज क्षेत्र में दुर्लभ प्रजाति के पेंगोलिन की खरीद फरोख्त की जा रही है। जिसके बाद टीम द्वारा वन विभाग और कुमाऊ एसटीएफ की टीम ने छापेमारी कर चार लोगों को दबोच लिया है। पूछताछ में आरोपियो ने अपना नाम प्रदीप दास निवासी जसपुर,नरेंद्र सिंह निवासी पीलीभीत यूपी, सुभाष मजूमदार निवासी दिनेशपुर ओर संजय विश्वाश निवासी सितारगंज बताया आरोपियो ने बताया कि उनके द्वारा जसपुर से उनके द्वारा पेंगोलिन को पकड़ा गया था जिसे बेचने के लिए वह रूद्रपुर आ रहे थे। आज वन विभाग की टीम द्वारा सभी आरोपियो को कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद कोर्ट द्वारा चारो को जेल भेज दिया है और वन विभाग को आदेश देते हुए कहा कि दुर्लभ वन्य जीव पेंगोलिन को मजिस्ट्रेट, वन विभाग के अधिकारी और दो गणमान्य लोगों के समक्ष वीडियो ग्राफी कर जंगल मे छोड़ा जाए जिसके बाद आज इंडियन प्रजाति के पेंगोलिन को जंगल मे छोड़ दिया गया। वन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार वन्यजीव तस्करों से बरामद पेंगोलिन वयस्क मादा है और वह कुछ दिनों में बच्चो को भी जन्म दे सकती है। गौरतलब है कि 29 अगस्त को भी गूलरभोज से पैंगोलिन की तस्करी के मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

बाइट - एमपी सिंह, डीएफओ।

वाइल्ड लाइफ के लिए काम कर रहे भास्कर भंडारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पेंगोलिन की विश्व मे 8 प्रजाति पाई जाती है। जिसमे से 4 प्रजाति एशिया में जबकि 4 प्रजाति अफ्रीका में पाई जाती है। भारत मे 2 प्रकार की प्रजाति मिलती है जो लोगो का शिकार होते होते खत्म होने की कगार पर है। भारत मे इसके मांस ओर जिंदा पेंगोलिन की तंत्र मंत्र की अफवाओं के चलते सबसे अधिक शिकार किया जाता है। ट्रेफिन इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार भारत मे वर्ष 2009 से 2017 तक इंडियन पेंगोलिन का 6 हजार किलो इलीगल ट्रेड सीज़ किया गया है।


Conclusion:
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