रुद्रपुर: वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के 33वें दीक्षांत समारोह का आयोजन वर्चुअल मोड पर किया गया. इस दौरान महामहिम राज्यपाल ने 18091 छात्र और छात्राओं को वर्चुअल मोड पर डिग्रियां वितरित की. इस मौके पर राज्यपाल ने सभी छात्र और छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की. साथ ही इस दौरान 74 छात्र और छात्राओं को पदक से सम्मानित भी किया गया.
इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 8 विद्यार्थियों को भी विभिन्न अवॉर्डों से सम्मानित किया गया. दीक्षांत समारोह में 2018-19 बैच की गृह विज्ञान स्नातक प्रियंका गिनवाल एवं 2019-20 बैच के कृषि स्नातक योगेश दत्त को कुलाधिपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया.
इसके अलावा कुलपति स्वर्ण पदक से 2018-19 बैच के दीपक त्रिपाठी, प्रज्ञा सैनी, अश्विनी रावत, मनीष रावत, पियूष चौहान, साहिल मदान, दिव्यांश राजवंशी, रिया बतरा, प्रतिभा भट्ट, प्राची पुनेठा, ट्विंकल सुखीजा, विवेक गैरोला, शिवांगी भट्ट व 2019-20 बैच के अंबुज, शिखा जोशी, दीक्षा अरोड़ा, ओम महेश्वरी, विजयलक्ष्मी गोस्वामी, मनीष पडलिया, चंदन जोशी, दिविशा बिष्ट, कनिका भट्ट, नेहा चौबे, संजीवनी श्रीवास्तव, कनिका घिल्डियाल, रेयान भट्टाचार्या, योगेश पांडेय को कुलपति स्वर्ण पदक से नवाजा गया।.
इन्हें मिला कुलपति रजत पदक
2018-19 बैच के महिमा बोरा, प्रणव शर्मा, मानसी नवानी, अंशिका त्यागी, रोहित पंत, आयुष झाम, आयुष जैन, प्रिया पंत, अंकित महापात्रा, स्वाती जोशी, आयुषी अग्रवाल, साक्षी वैष्णव, सोनल पाठक व 2019-20 बैच के विक्रांत चौहान, नितेश तंवर, अनंत सिंघल, नीरज कार्की, मुस्कान सिंघल, वैशाली जोशी, अंजलि रावत, मनीषा भंडारी, आयुषी पांडेय, पूजा रावत, दिव्या मेहता को कुलपति रजत पदक प्रदान किया गया.
इन्हें मिला कुलपति कांस्य पदक
2018-19 बैच के अभिषेक गौतम, अंजलि भटनागर, सना जावेद, सबा, अर्पित चौहान, हर्षिता जोशी, नैना भट्ट श्रष्टि वत्स, प्रियंका गिनवाल, रिचा बाफिला, भानु चंद्र व 2019-20 बैच के तरूण अग्रवाल, ऋग्वेद साह, दीक्षा शर्मा, सान्या हरबोला, गौरव पंवार दक्ष, नितिका शंकर पांडे, नेहा जुयाल, नम्रता गुलाटी, आयुषी पाठक, दिक्षा सामंत को कुलपति कांस्य पदक प्रदान किया गया.
वहीं, बैचलर ऑफ साइंस (होम साइंस) के अंतर्गत ग्रामीण कार्य में सर्वोत्तम स्थान प्राप्त करने पर शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए शगुन तिवारी व सत्र 2019-20 के लिए प्रियंका कर्दम को नागम्मा शांतीबाई अवॉर्ड प्रदान किया गया. साथ ही बैचलर ऑफ साइंस (होम साइंस) के अंतर्गत पोषण संबंधी विषयों में उच्चतम अंक प्राप्त करने पर 2018-19 बैच की आयुषी अग्रवाल व 2019-20 बैच की संजीवनी श्रीवास्तव को सरस्वती पांडा अवॉर्ड प्रदान किया गया.
इसके अलावा बैचलर ऑफ साइंस (एग्रीकल्चर) के अंतर्गत सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर 2018-19 बैच की प्रतिभा भट्ट व 2017-18 बैच की कनिका भट्ट को डॉ. रामशिरोमणि तिवारी एवार्ड एवं प्रतिभा भट्ट व कनिका भट्ट को क्रमशः 2018-19 व 2017-18 के लिए चौधरी चरण सिंह स्मृति प्रतिभा अवॉर्ड से सम्मानित किया गया.
वहीं, इससे पूर्व महामहिम राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 33वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों ने दीक्षांत समारोह में ली गई शपथ को जीवन में उतारने को कहा. उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रहे पर्यावरण परिवर्तन से यहां की पारिस्थिति, फसलों, जीवों इत्यादि पर पड़ने वाले प्रभावों व परिवर्तनों पर शोध करना विवि के वैज्ञानिकों की प्राथमिकता होनी चाहिए,
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड में संगंध एवं औषध फसलों के उत्पादन को बढ़ाकर किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाना तथा वर्तमान में प्राकृतिक संसाधनों में लगातार हो रही कमी, घटती कृषि भूमि तथा प्रदूषित एवं परिवर्तित हो रहा पर्यावरण को बचाए रखने की चुनौती का सामना करने के लिए शोध को नई दिशा देनी होगी. उन्होंने खेती में बढ़ती लागत को कम करने के लिए पारंपरिक खेती के साथ पशुपालन, मुर्गीपालन को जोड़ने व जैविक खेती को बढ़ावा देने का उन्होंने सुझाव देते हुए मृदा गुणवत्ता, मृदा संरचना और पर्यावरण में सुधार की ओर भी कार्य करने की ज़रूरत बताई.