खटीमा: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर का खौफ छाया हुआ है. उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में भी कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है. इसी के चलते रविवार शाम से ही भारत-नेपाल बॉर्डर पर भारतीय प्रशासन द्वारा नेपाल से भारत आ रहे नेपाली नागरिकों का कोरोना वायरस टेस्ट शुरू कर दिया गया है. टेस्ट के पहले ही दिन शाम को ही 18 नेपाली नागरिक कोरोना पॉजिटिव पाये गए. भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों ने कोरोना पॉजिटिव पाये गए सभी नेपाली नागरिकों को वापस नेपाल भेज दिया है.
गौर हो कि बनबसा व्यापार मंडल के भारी विरोध के बाद रविवार शाम से नेपाल बॉर्डर पर कोरोना टेस्ट शुरू हुए हैं. दरअसल, बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते चंपावत जनपद के बनबसा में व्यापार मंडल द्वारा भारत-नेपाल बॉर्डर पर प्रदर्शन किया गया था.
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बनबसा व्यापार मंडल की मांग थी कि भारत-नेपाल बॉर्डर सील होने के बावजूद नेपाली नागरिक बिना कोरोना टेस्ट के भारत में आ रहे हैं और भारतीय व्यापारियों को नेपाल जाने पर प्रशासन द्वारा रोक दिया जा रहा है. इसलिए नेपाल से भारतीय आधार कार्ड के आधार पर भारत आ रहे नेपाली नागरिकों का भी बॉर्डर पर ही भारतीय प्रशासन द्वारा कोरोना टेस्ट किया जाए.
नेपाली नागरिकों के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद ये सवाल उठ रहे हैं कि अबतक बिना टेस्ट के भारत की सीमा में प्रवेश कर रहे नेपाली नागरिकों में से कितने कोरोना पॉजिटिव रहे होंगे. उन नेपाली नागरिकों द्वारा कितने और लोगों को संक्रमण फैला होगा.