धनौल्टी: क्षेत्र के सकलाना पट्टी के रिगालगढ़-दड़क मोटरमार्ग का शिलान्यास होने के 10 वर्ष बाद भी सड़क का कार्य शुरू नहीं हो पाया है. जिससे ग्रामीणों नें आक्रोश है. साथ ही ग्रामीणों का विकास योजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रमों से विश्वास उठने लगा है. रिगालगढ़-दड़क के प्रधान अजय सिंह ने मोटरमार्ग के शिलान्यास के बारे में बताया है कि वर्ष 2011 में तत्कालीन भाजपा सरकार मे मंत्री व प्रभारी मंत्री टिहरी त्रिवेन्द्र रावत व धनौल्टी विधायक खजान दास के द्वारा क्षेत्र के लोगों की वर्षों पुरानी रिगालगढ़-दड़क मोटरमार्ग की मांग को पूरा कर 37.80 लाख रुपये की लागत से बनने वाली 3 किमी लंबी सड़क का 20 जून 2011 को शिलान्यास किया था.
ग्रामीणों ने आगानी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार करने की चेतावनी दी है. ग्रामीणों ने कहा है कि किसी भी नेताओं को गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा.
भाजपा के बाद सत्ता में कांग्रेस सरकार आई, उसमें में कार्य शुरू नहीं हो पाया. जिसके बाद फिर 2017 मे भाजपा की सरकार बनी और सूबे के मुखिया बने त्रिवेंद्र सिह रावत अब क्षेत्र की जनता को लगा कि जिस मंत्री के द्वारा मोटरमार्ग का शिलान्यास किया गया अब उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद मोटरमार्ग का उद्घाटन होगा. मुख्यमंत्री बनने के बाद त्रिवेंद्र रावत ने मोटरमार्ग को जल्द बनाने की घोषणा की. लेकिन इसके बावजूद सड़क का कार्य शुरू नहीं हुआ.
पढ़ें: आवंटित पट्टे पर भू-माफिया का कब्जा, शिकायत के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई
ग्राम प्रधान अजय ने बताया कि सकलना क्षेत्र आपदा की दृष्टि से बेहद ही संवेदनशील है. गांव जाने वाला रास्ता जगह-जगह क्षतिग्रस्त है. गांव जाते समय रास्तों नें जंगली जानवरों का डर बना रहता है. सड़क न होने के कारण गांव में पर्याप्त मात्रा में नगदी फसलों की पैदावारी होने के बाद भी लोग उन्हे मंडियों तक नहीं पहुंचा पाते हैं. लोग नगदी फसलों को अपनी पीठ पर लादकर बमुश्किल सड़क तक पहुंचाते हैं. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कभी-कभी खेतों में ही फसल खराब हो जाती है.
वहीं, इस मामले में अधिशासी अभियन्ता रजनीश सैनी का कहना है कि मोटरमार्ग से संबंधित डीपीआर फाइल शासन को भेजी जा चुकी है. पैसा स्वीकृत होने पर कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा.