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वैलेंटाइन डे हिस्ट्री में उत्तराखंड का बड़ा रोल, मसूरी से जुड़ा 'दिल' का कनेक्शन, जानिये रोचक बातें - MUSSOORIE VALENTINE DAY CONNECTION

14 फरवरी 1843 को इंग्लैंड में जन्मे मोगर मांक ने अपनी बहन मार्ग्रेट मांक को लिखा था पत्र, पत्र में किया था प्यार का इजहार

MUSSOORIE VALENTINE DAY CONNECTION
वैलेंटाइन डे की हिस्ट्री में उत्तराखंड का बड़ा रोल (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 13, 2025, 7:33 PM IST

मसूरी, सुनील सोनकर: हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे (Valentines Day) मनाया जाता है. इसे प्यार करने वालों का दिन माना जाता है. कपल्स को बड़ी ही बेसब्री से इस खास दिन का इंतजार रहता है. वहीं, अगर वैलेंटाइन डे के इतिहास की बात करें तो इसका सीधी कनेक्शन उत्तराखंड से जुड़ता है. मसूरी के मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज बताते हैं कि भारत में वैलेंटाइन डे मनाने की परंपरा की शुरुआत मसूरी से हुई थी.

75 वर्षीय मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने बताया मसूरी में 14 फरवरी 1843 को इंग्लैंड में जन्मे मोगर मांक ने अपनी बहन मार्ग्रेट मांक को एक पत्र लिखा. जिसमें उन्होंने अपनी भावनाओं का इज़हार किया. इस पत्र में मोगर मांक ने लिखा उन्हें एलिजाबेथ लुईन नाम की युवती से प्यार हो गया है. वे उसके साथ खुश हैं. यह पत्र मसूरी मर्चेंट द इंडियन लैटर्स पुस्तक में शामिल किया गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि भारत में वैलेंटाइन डे की शुरुआत मसूरी से हुई.

वैलेंटाइन डे की हिस्ट्री में उत्तराखंड का बड़ा रोल (ETV BHARAT)

मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज बताते हैं कि वर्ष 1849 में जब मोगर मांक का निधन हुआ तब वह मेरठ में रह रहे थे. वैलेंटाइन डे के दिन लिखे गए उनके इस खत का पता तब चला जब 150 साल बाद मोगर मांक के रिश्तेदार एंड्रयू मोर्गन ने वर्ष 1828 से 1849 के बीच लिखे गए पत्रों का जिक्र मसूरी मर्चेंट इंडियन लेटर्स पुस्तक में किया.इस पत्र के बाद मसूरी में प्रेम, स्नेह और समर्पण के प्रतीक के रूप में वैलेंटाइन डे मनाने की परंपरा शुरू हुई. धीरे-धीरे यह परंपरा भारत के अन्य हिस्सों में फैल गई.

मसूरी, जो अपने खूबसूरत दृश्यों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, आज भी इस दिन को खास तरीके से मनाने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है. यहां के लोग विशेष रूप से 14 फरवरी को प्रेमिका या प्रेमी के साथ समय बिताने के लिए मसूरी की हसीन वादियों में आते हैं. आज भी, 14 फरवरी को मसूरी में वैलेंटाइन डे पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. यह दिन खासकर प्रेमियों के लिए खास होता है. यहां के कई कैफे और होटलों में प्रेमियों के लिए डिनर और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. यह इतिहास न केवल मसूरी बल्कि पूरे भारत में प्रेम के प्रतीक के रूप में माना जाता है. यह इस दिन के मनाए जाने की शुरुआत का प्रतीक है.

Mussoorie Valentine Day Connection
मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज (ETV BHARAT)

गोपाल भारद्वाज ने बताया वैलेंटाइन डे, 14 फरवरी को, दुनिया भर में प्यार और स्नेह के जश्न के रूप में मनाया जाता है. यह दिन सिर्फ रोमांटिक प्यार का प्रतीक नहीं है, बल्कि सभी प्रकार के प्यार का सम्मान करने का एक अवसर है. इस दिन को मनाने का मतलब सिर्फ रोमांटिक रिश्तों को ही सेलिब्रेट करना नहीं है, बल्कि यह दोस्ती, परिवार, आत्म-सम्मान, और आत्मीयता जैसे प्यार के अन्य रूपों को भी मान्यता देने का दिन है. यह दिन खासकर प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए होता है, जहां वे एक दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं का इज़हार करते हैं.

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मोगर मांक का पत्र (ETV BHARAT)

उन्होने कहा वर्तमान समय में, वैलेंटाइन डे को लेकर कुछ विवाद और मतभेद भी उभर कर सामने आए हैं. कुछ लोग इसे एक सुंदर अवसर मानते हैं, जो प्रेम, स्नेह और रिश्तों की अहमियत को बढ़ावा देता हैं. दूसरी ओर कुछ लोग इसे अश्लीलता और भौतिकता से जोड़कर देखते हैं. वैलेंटाइन डे को लेकर यह तर्क है कि इसे व्यापारियों ने एक बड़े कारोबारी अवसर के रूप में बदल दिया है, जहां महंगे तोहफों, फूलों, और उपहारों को खरीदने का दबाव महसूस होता है. इससे प्रेम और रिश्तों के वास्तविक अर्थ में कमी आ सकती है. यह भौतिक उपहारों तक सीमित हो सकता है. कुछ लोगों का मानना है कि यह दिन विशेष रूप से युवाओं के बीच अश्लीलता को बढ़ावा देता है.

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मसूरी मर्चेंट द इंडियन लैटर्स पुस्तक (ETV BHARAT)

पढे़ं-जानें मसूरी का वैलेंटाइन डे कनेक्शन, पत्र में छुपी है प्यार की कहानी

पढ़ें- Valentine's Day Wishes 2023: मसूरी में लिखा गया था पहला वैलेंटाइन डे लव लेटर, प्यार के जज्बात किए थे बयां

मसूरी, सुनील सोनकर: हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे (Valentines Day) मनाया जाता है. इसे प्यार करने वालों का दिन माना जाता है. कपल्स को बड़ी ही बेसब्री से इस खास दिन का इंतजार रहता है. वहीं, अगर वैलेंटाइन डे के इतिहास की बात करें तो इसका सीधी कनेक्शन उत्तराखंड से जुड़ता है. मसूरी के मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज बताते हैं कि भारत में वैलेंटाइन डे मनाने की परंपरा की शुरुआत मसूरी से हुई थी.

75 वर्षीय मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने बताया मसूरी में 14 फरवरी 1843 को इंग्लैंड में जन्मे मोगर मांक ने अपनी बहन मार्ग्रेट मांक को एक पत्र लिखा. जिसमें उन्होंने अपनी भावनाओं का इज़हार किया. इस पत्र में मोगर मांक ने लिखा उन्हें एलिजाबेथ लुईन नाम की युवती से प्यार हो गया है. वे उसके साथ खुश हैं. यह पत्र मसूरी मर्चेंट द इंडियन लैटर्स पुस्तक में शामिल किया गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि भारत में वैलेंटाइन डे की शुरुआत मसूरी से हुई.

वैलेंटाइन डे की हिस्ट्री में उत्तराखंड का बड़ा रोल (ETV BHARAT)

मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज बताते हैं कि वर्ष 1849 में जब मोगर मांक का निधन हुआ तब वह मेरठ में रह रहे थे. वैलेंटाइन डे के दिन लिखे गए उनके इस खत का पता तब चला जब 150 साल बाद मोगर मांक के रिश्तेदार एंड्रयू मोर्गन ने वर्ष 1828 से 1849 के बीच लिखे गए पत्रों का जिक्र मसूरी मर्चेंट इंडियन लेटर्स पुस्तक में किया.इस पत्र के बाद मसूरी में प्रेम, स्नेह और समर्पण के प्रतीक के रूप में वैलेंटाइन डे मनाने की परंपरा शुरू हुई. धीरे-धीरे यह परंपरा भारत के अन्य हिस्सों में फैल गई.

मसूरी, जो अपने खूबसूरत दृश्यों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, आज भी इस दिन को खास तरीके से मनाने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है. यहां के लोग विशेष रूप से 14 फरवरी को प्रेमिका या प्रेमी के साथ समय बिताने के लिए मसूरी की हसीन वादियों में आते हैं. आज भी, 14 फरवरी को मसूरी में वैलेंटाइन डे पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. यह दिन खासकर प्रेमियों के लिए खास होता है. यहां के कई कैफे और होटलों में प्रेमियों के लिए डिनर और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. यह इतिहास न केवल मसूरी बल्कि पूरे भारत में प्रेम के प्रतीक के रूप में माना जाता है. यह इस दिन के मनाए जाने की शुरुआत का प्रतीक है.

Mussoorie Valentine Day Connection
मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज (ETV BHARAT)

गोपाल भारद्वाज ने बताया वैलेंटाइन डे, 14 फरवरी को, दुनिया भर में प्यार और स्नेह के जश्न के रूप में मनाया जाता है. यह दिन सिर्फ रोमांटिक प्यार का प्रतीक नहीं है, बल्कि सभी प्रकार के प्यार का सम्मान करने का एक अवसर है. इस दिन को मनाने का मतलब सिर्फ रोमांटिक रिश्तों को ही सेलिब्रेट करना नहीं है, बल्कि यह दोस्ती, परिवार, आत्म-सम्मान, और आत्मीयता जैसे प्यार के अन्य रूपों को भी मान्यता देने का दिन है. यह दिन खासकर प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए होता है, जहां वे एक दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं का इज़हार करते हैं.

MUSSOORIE VALENTINE DAY CONNECTION
मोगर मांक का पत्र (ETV BHARAT)

उन्होने कहा वर्तमान समय में, वैलेंटाइन डे को लेकर कुछ विवाद और मतभेद भी उभर कर सामने आए हैं. कुछ लोग इसे एक सुंदर अवसर मानते हैं, जो प्रेम, स्नेह और रिश्तों की अहमियत को बढ़ावा देता हैं. दूसरी ओर कुछ लोग इसे अश्लीलता और भौतिकता से जोड़कर देखते हैं. वैलेंटाइन डे को लेकर यह तर्क है कि इसे व्यापारियों ने एक बड़े कारोबारी अवसर के रूप में बदल दिया है, जहां महंगे तोहफों, फूलों, और उपहारों को खरीदने का दबाव महसूस होता है. इससे प्रेम और रिश्तों के वास्तविक अर्थ में कमी आ सकती है. यह भौतिक उपहारों तक सीमित हो सकता है. कुछ लोगों का मानना है कि यह दिन विशेष रूप से युवाओं के बीच अश्लीलता को बढ़ावा देता है.

Mussoorie Valentine Day Connection
मसूरी मर्चेंट द इंडियन लैटर्स पुस्तक (ETV BHARAT)

पढे़ं-जानें मसूरी का वैलेंटाइन डे कनेक्शन, पत्र में छुपी है प्यार की कहानी

पढ़ें- Valentine's Day Wishes 2023: मसूरी में लिखा गया था पहला वैलेंटाइन डे लव लेटर, प्यार के जज्बात किए थे बयां

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