टिहरी: नगर पालिका परिषद में कार्यरत सफाई कर्मचारी सुषमा देवी की कोरोना से मौत हो गई. सुषमा के तीन बच्चे हैं. पति मनोज कुमार की लंबी बीमारी के बाद 4 साल पहले ही मौत हो गई थी.
बता दें कि, सुषमा को उसके पति की जगह नगर पालिका में नौकरी मिली थी. वही अपने तीन बच्चों का भरण-पोषण करती थी. सुषमा की 2 मई को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. 3 मई को कोविड सेंटर ले जाते समय उसकी मौत हो गई. सुषमा अपने तीन बच्चों के साथ जिला मुख्यालय में एम ब्लॉक के सरकारी आवास में रह रही थी. अब सुषमा की मौत के बाद बड़ा बेटा शिवम जिसकी उम्र 20 साल है, बेटी भावना उम्र 18 और आराधना उम्र 14 है अनाथ हो गए हैं. तीनों बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठने के बाद उनके ताऊ राजेंद्र कुमार कठेरिया फिलहाल उनकी मदद कर रहे हैं. अब इनके सामने पढ़ाई-लिखाई, रोजगार व भरण-पोषण की समस्या आ गई है.
वहीं अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ टिहरी के अध्यक्ष दीपक ने सभी पदाधिकारियों और नगरपालिका टिहरी से मांग की है कि सुषमा के परिवार की मदद की जाए. सुषमा नगर पालिका में कार्यरत थी. आज उनके तीनों बच्चे अनाथ हो गए हैं. इस पर नगर पालिका को मृतक सुषमा को उत्कृष्ट सम्मान के साथ उनके बच्चों को राहत राशि दी जानी चाहिए. कोरोना काल के दौरान सुषमा ने नौकरी करते हुए कोरोना पॉजिटिव हुई थी. इस पर सरकार को तत्काल मृतक सुषमा के बच्चों को सभी योजनाओं का लाभ देना चाहिए, जो लाभ सरकार द्वारा जारी किए गए हैं.
पढ़े:उत्तराखंड में 22 अस्पतालों से 49 लाख रुपए से अधिक की वसूली, जानें वजह
सुषमा के तीनों बच्चों के ऊपर से मां-बाप का साया उठने के बाद अब इनकी परवरिश, पढ़ाई-लिखाई से लेकर हर तरफ की समस्याओं का पहाड़ खड़ा हो गया है.