टिहरी: जिला पंचायत सभागार बौराड़ी में अध्यक्ष जिला पंचायत टिहरी गढ़वाल सोना सजवाण की अध्यक्षता में सामान्य बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला पंचायत सदस्य महेंद्र बिष्ट ने स्वास्थ्य विभागों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभागों में कई तरह की अनियमितताएं पाई गई हैं. अभी तक टिहरी जिले में कोई रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर उपलब्ध नहीं है. डीडीएम रेडियोलॉजिस्ट हैं, उन्हें ही जिले में अस्पतालों की व्यवस्था को संभालना पड़ रहा है. इसलिए टिहरी जिले में रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टरों की बहुत आवश्यकता है.
यूपी के एनजीओ को दे दिया था दवाइयों का ठेका: प्रमुख राजेंद्र भंडारी ने मुख्य चिकित्सा कार्यालय पर आरोप लगाया कि यहां पर यूपी के एनजीओ को हेपेटाइटिस बी की दवाइयों का ठेका दिया गया है. इसकी शिकायत डीएम से की गई तो डीएम ने इस मामले को संज्ञान में लेकर निस्तारित किया. वहीं जिला पंचायत सदस्य रीता ने कहा कि प्रताप नगर के जलकुर में बन रही पंपिंग योजना धन के अभाव में कई वर्षों से लंबित पड़ी हुई थी. इसके लिए जिला पंचायत सदस्य ने 40 लाख रुपए की स्वीकृति दी है, जिसके लिए जिला पंचायत सदस्य और सभी सदस्यों को धन्यवाद देती हूं. अब यह पंपिंग योजना बनकर तैयार होगी और 16 से अधिक गांवों को इसका लाभ मिलेगा.
जिला पंचायत की बैठक में आना जरूरी: अध्यक्ष ने कहा कि विकास कार्यों से संबंधित सदन में आये प्रकरणों का निस्तारण समयान्तर्गत हो. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यह जनपद का सर्वोच्च सदन है. इसकी अगली बैठक में पूर्ण तैयारी के साथ उपस्थित होना सुनिश्चित करें. डीएम डॉ. सौरभ गहरवार ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र का भवन यदि आपदा से क्षतिग्रस्त है, तो उसे मनरेगा में प्रस्तावित कर कर सकते हैं. डीएम ने सीएमओ से कहा कि सीएचसी थत्यूड़ में अल्ट्रासाउंड मशीन को ऑपरेट करने के लिए हफ्ते या 15 दिन में ऑपरेटर की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
बैठक में सभी सदस्य गणों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत की समस्याओं, शिकायतों से अवगत कराया गया तथा सदन में सुझाव एवं प्रस्ताव रखे गये. साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा कल्याणकारी योजनाओं का ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार कर जनमानस को जागरूक कर लाभान्वित करने को कहा गया. इस मौके पर विभागीय अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग के अन्तर्गत संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी गई.
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