टिहरी: बौराड़ी स्टेडियम में सीवरेज और ड्रेनेज की सुविधा न होने के कारण करोड़ों की लागत से बनाया गया स्टेडियम कीचड़ से भर गया है. इससे स्टेडियम का निर्माण करने वाली कार्यदायी संस्था युवा कल्याण विभाग के कार्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल, बौराडी स्टेडियम में ट्रेड फेयर लगा है, जिसमें आये दुकानदारों का बारिश के पानी की निकासी न होने की वजह से सारा सामान खराब हो गया.
ट्रेड फेयर में टिहरी पहुंचे दुकानदारों का कहना है कि जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण उनका सामान खराब हुआ है. स्टेडियम में दुकान लगाने के लिए कोई सुविधा नहीं है. इसी वजह से बारिश होते ही स्टेडियम पूरी तरह से कीचड़ के तालाब में तब्दील हो गया, जिसका असर यहां आने वाले ग्राहकों पर भी पड़ रहा है.
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि 10 करोड़ से ज्यादा की लागत से बने बौराड़ी स्टेडियम में सीवर ओवर ड्रेनेज की सुविधा भी नहीं है. ये सरासार स्टेडियम बनाने के मानकों की अनदेखी है. जिसपर आजतक कोई जांच नहीं की गई है.
नगरपालिका अध्यक्ष सीमा कृषाली का कहना है कि उनके कार्याकाल से पहले बौराड़ी स्टेडियम नगरपालिका के पास था. लेकिन पहले की सरकार ने इसे बनाने के लिये नगरपालिका से हटाकर युवा कल्याण विभाग को दे दिया. विभाग ने स्टेडियम का निर्माण सही से नहीं करवाया, सीवर ओवर ड्रेनेज की सुविधा का ध्यान नहीं रखा गया.
गौर हो कि साल 2015 में 6 करोड़, 47 लाख की लागत से बौराड़ी स्टेडियम के पास 46 दुकानें और VIP स्टैंड बनाये गये थे. उस समय कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद डीएम ने मामले की जांच भी करवाई थी. युवा कल्याण विभाग ने फिर वीआईपी कमरे और स्टेडियम का सुधारीकरण करने के लिए 2016 मार्च में 9 करोड़ 78 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा था.