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टिहरी: 40 दिनों से धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का फूटा गुस्सा, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

उत्तराखंड में 38,000 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सहायिका हैं जो अपने जिलों में जगह-जगह पर धरने पर बैठी हैं. साथ ही देहरादून के परेड ग्राउंड में भी धरना चल रहा है, लेकिन सरकार 40 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की सुध नहीं ले रही है.

tehri
आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रदर्शन.
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Published : Jan 16, 2020, 7:29 PM IST

टिहरी: अपनी मांगों को लेकर 25 सौ से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सहायिका 40 दिनों से धरने पर बैठी हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. कार्यकत्रियों ने कहा कि वह सरकार द्वारा चलाई जा रही किसी भी योजना पर काम नहीं करेंगी. वहीं, मांगें पूरी न होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

पढ़ें- अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई जारी, दो डंपर समेत 10 ट्रैक्टर ट्रॉली सीज

दरअसल, उत्तराखंड में 38,000 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिका हैं, जो अपने-अपने जिलों में जगह-जगह पर धरने पर बैठी हैं. वहीं, राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में भी धरना चल रहा है, लेकिन सरकार 40 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की सुध नहीं ले रही है. जिससे उनमें आक्रोश देखने को मिल रहा है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रदर्शन.

प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार महिलाओं का अपमान करने में लगी हुई है. जबकि, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिका सरकार की हर योजनाओं में अपनी भागीदारी निभाती है. उनका कहना है कि जब तक मानदेय बढ़ोत्तरी, सीनियरिटी के हिसाब से मानदेय वृद्धि और सहायिकाओं के मानदेय में 75% वृद्धि की मांग सहित अन्य मांगें पूरी नहीं की जाती है, तबतक उनका धरना जारी रहेगा. उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि मांगें पूरी न होने पर वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगी.

टिहरी: अपनी मांगों को लेकर 25 सौ से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सहायिका 40 दिनों से धरने पर बैठी हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. कार्यकत्रियों ने कहा कि वह सरकार द्वारा चलाई जा रही किसी भी योजना पर काम नहीं करेंगी. वहीं, मांगें पूरी न होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

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दरअसल, उत्तराखंड में 38,000 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिका हैं, जो अपने-अपने जिलों में जगह-जगह पर धरने पर बैठी हैं. वहीं, राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में भी धरना चल रहा है, लेकिन सरकार 40 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की सुध नहीं ले रही है. जिससे उनमें आक्रोश देखने को मिल रहा है.

आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रदर्शन.

प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार महिलाओं का अपमान करने में लगी हुई है. जबकि, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिका सरकार की हर योजनाओं में अपनी भागीदारी निभाती है. उनका कहना है कि जब तक मानदेय बढ़ोत्तरी, सीनियरिटी के हिसाब से मानदेय वृद्धि और सहायिकाओं के मानदेय में 75% वृद्धि की मांग सहित अन्य मांगें पूरी नहीं की जाती है, तबतक उनका धरना जारी रहेगा. उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि मांगें पूरी न होने पर वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगी.

Intro:टिहरी जिले की 25 सौ से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका अपनी मांगों को लेकर बैठे है 40 दिनों से धरने पर

Body: टिहरी जिले की 25 सौ से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बीते 8 दिसंबर 2019 से आज तक आज तक आज तक नई टिहरी के दुर्गा मंदिर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं

महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कि सरकार के द्वारा चलाई जा रही किसी भी योजनाओं का काम तब तक नहीं करेंगे जब तक उनकी मांगे नहीं मानी गई साथ ही राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार महिलाओं का अपमान करने में लगी हुई है जबकि महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका सरकार की हर योजनाओं में अपनी भागीदारी निभाती है परंतु सरकार इनकी मांगों को मानने के लिए तैयार नहीं है जिसका खामियाजा आने वाले चुनाव में सरकार को भुगतना पड़ेगा

साथ ही कहा कि उत्तराखंड में 38000 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका है जो अपने जिलों में जगह जगह पर धरने पर बैठी हैं साथ ही देहरादून के परेड ग्राउंड में भी धरना चल रहा है लेकिन सरकार 40 दिनों से महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की सुध नहीं ले रही है और अगर जल्दी ही मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले समय में एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी उत्तराखंड सरकार की होगी साथ ही उत्तराखंड की महिलाओं का भी यह अपमान हो रहा है

Conclusion:आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमें 20 साल से ज्यादा का समय हो गया है और सरकार के द्वारा अभी तक सरकार के द्वारा अभी तक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका हो कि कोई सुध नहीं ले रही है जबकि 40 दिन से अधिक का समय हो गया है जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का कहना है कि जब तक मानदेय बढ़ोतरी सीनियरिटी के हिसाब से मानदेय वृद्धि व सहायिकाओं का मानदेय में 75% वृद्धि की मांग सहित अन्य मांगें पूरी नहीं की जाती है तब तक धरना जारी रहेगा और आने वाले समय में बड़ा आंदोलन किया जाएगा
बाइट पूनम अध्यक्ष आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
बाइट सावित्री आंगनवाड़ी कार्यकर्ता

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