धनौल्टी: टिहरी जनपद के एडीएम रामजी शरण शर्मा (ADM Ramji Sharan Sharma) ने चंबा-धरासू हाईवे (NH-94) पर ऑल वेदर कार्यों का निरीक्षण किया. उन्होंने बीआरओ के अधिकारियों को डेंजर जोन का तत्काल ट्रीटमेंट करने और हाईवे पर कई जगह पसरे मलबे को हटाने के निर्देश दिए. एडीएम ने रमोलगांव में लगातार हो रहे भूस्खलन पर चिंता जताते हुए इसके स्थाई समाधान करने के भी निर्देश दिए है. इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें ऑल वेदर से उत्पन्न समस्याओं से भी अवगत कराया.
शनिवार को एडीएम रामजी शरण शर्मा ने ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबा से धरासू के बीच में हाईवे पर बने डेंजर जोन का जायजा लिया. बताते चले कि रमोल गांव में बीते एक माह से लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिस कारण हाईवे आए दिन बाधित हो रहा है. यात्रा सीजन को देखते हुए एडीएम ने बीआरओ के सहायक अभियंता एबी सिंह और कंपनियों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि हाईवे पर पनियाली, कोटी गाड, ढिक्यारा, रमोलधार, रिखेलीखाल आदि स्थानों पर मलबा बेतरतीब तरीके से डंप किया है, जो बरसात के सीजन में दुर्घटनाओं और पर्यावरण के लिए भी खतरे का कारण बनेगा. इस मामले पर वे कम्पनी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
पढ़ें- केदारनाथ में तीन दिनों के अंदर 4 श्रद्धालुओं की मौत, अव्यवस्थाएं तीर्थयात्रियों पर पड़ रही भारी
ऑल वेदर प्रोजेक्ट से ग्रामीण प्रभावित: ग्रामीणों ने बताया कि ऑल वेदर के कारण उनके मकान, परिसंपत्तियां, सार्वजनिक रास्ते प्रभावित हुए हैं. उनका मुआवजा भुगतान किया जाए. साथ ही जो सार्वजनिक संपत्तियों में रास्ते, गूल, पुश्ते चारागाहों के रास्ते आदि परियोजना के कारण खतरे की जद में है. उन्हें भी दुरस्त किया जाए. ग्रामीणों ने बताया कि उनके द्वारा सभी पत्रावली एसएलओए कार्यालय में जमा कराई है लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है. इस पर एडीएम ने ग्रामीणों को मदद का आश्वासन दिया है.