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नेशनल गेम्स में वेटलिफ्टिंग इवेंट, पंजाब की महक ने बनाए तीन नए रिकार्ड, उत्तराखंड की झोली में ब्रॉन्ज - NATIONAL GAMES WEIGHTLIFTING EVENT

महक ने अंतिम क्लीन एंड जर्क प्रयास में रिकॉर्ड तोड़ 141 किलोग्राम वजन उठाया, जो उनके पिछले सर्वश्रेष्ठ 140 किलोग्राम से बेहतर रहा

NATIONAL GAMES WEIGHTLIFTING EVENT
पंजाब की महक ने बनाए तीन नए रिकार्ड (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 3, 2025, 10:45 PM IST

देहरादून: सोमवार को देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में नेशनल गेम्स के वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप हुई. जिसमें पंजाब की महक ने तीन नए रिकॉर्ड बनाये. वहीं, इसमें उत्तराखंड के विवेक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है.

38वें राष्ट्रीय खेलों में सोमवार को भारोत्तोलन में पंजाब की महक शर्मा ने तीन नए रिकॉर्ड बनाए. उन्होंने महिलाओं की 87 प्लस किलोग्राम श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता. पुरुष वर्ग की 109 प्लस श्रेणी में सर्विसेज के लवप्रीत सिंह ने स्वर्ण, तमिलनाडु के एस रुद्रमयन ने रजत और उत्तराखंड के विवेक पांडेय ने कांस्य पदक जीता.

महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर देहरादून में सोमवार को भारोत्तोलन के महिला और पुरुष वर्ग के मुकाबले हुए. महिला वर्ग में महक ने अंतिम क्लीन एंड जर्क प्रयास में रिकॉर्ड तोड़ 141 किलोग्राम वजन उठाया, जो उनके पिछले सर्वश्रेष्ठ 140 किलोग्राम से बेहतर था. उन्होंने 106 किलोग्राम वजन उठाकर एक नया स्नैच रिकॉर्ड भी बनाया, जो उनके पिछले 105 किलोग्राम के रिकॉर्ड से बेहतर है. कुल 247 किलोग्राम वजन उठाकर उन्होंने अपने पिछले 244 किलोग्राम के रिकॉर्ड को ब्रेक किया. रजत पदक उत्तर प्रदेश की पूर्णिमा पांडे ने जीता. जिन्होंने कुल 216 किलोग्राम वजन उठाया, जबकि कांस्य पदक कर्नाटक की सत्य ज्योति ने कुल 201 किलोग्राम वजन उठाकर हासिल किया.

पुरुष वर्ग में तमिलनाडु के एस रुद्रमयन ने स्नैच में 175 किलोग्राम वजन उठाकर एक नया बेंचमार्क स्थापित किया. हालांकि, वह क्लीन एंड जर्क में अपना फॉर्म बरकरार नहीं रख सके. 180 किलोग्राम वजन उठाकर कुल 355 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक हासिल किया. सर्विसेज कंट्रोल बोर्ड के लवप्रीत सिंह ने स्वर्ण पदक जीता. जिन्होंने स्नैच में 165 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 202 किलोग्राम वजन उठाकर कुल 367 किलोग्राम वजन उठाया. उत्तराखंड के विवेक पांडे ने कुल 280 किलोग्राम वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल करके राज्य की उपलब्धियों में इजाफा किया.

महक ने कोच और परिवार को दिया श्रेय: रिकॉर्ड बनाने वाली पंजाब की महक शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार और कोच को दिया है. उन्होंने कहा कोच की मदद के बिना इस खेल में कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा उन्होंने अच्छा अभ्यास किया था, लेकिन ये नहीं सोचा था कि वो वो अपने तीनों पुराने रिकॉर्ड तोड़ देंगी.

विवेक को जिम से मिली वेटलिफ्टिंग की प्रेरणा: भारोत्तोलन में उत्तराखंड को कांस्य पदक दिलाने वाले विवेक पांडे ने अपनी उपलब्धि का श्रेय परिवार और प्रशिक्षकों को दिया है. यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले साल उत्तराखंड ने इस श्रेणी में भाग नहीं लिया था. चंपावत जिले के टनकपुर निवासी विवेक ने महज दो साल पहले वेटलिफ्टिंग की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा मेरे प्रशिक्षकों ने मेरी बहुत मदद की. विवेक की इस सफलता ने राज्य के वेटलिफ्टिंग क्षेत्र को नई पहचान दी है. विवेक ने बताया कि वो जिम किया करते थे, वहीं से उन्हें भारोत्तोलन की प्रेरणा मिली.

खेल मंत्री रेखा ने दी विवेक को बधाई: उत्तराखंड को भारोत्तोलन में पदक दिलाने वाले विवेक पांडे को खेल मंत्री रेखा आर्या ने बधाई दी है. आर्य ने कहा उन्होंने बहुत कम समय में यह उपलब्धि हासिल की है. यह बधाई की बात है. उनकी मेहनत, जज्बे, दृढ निश्चय दूसरे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा.

पढ़ें- 15 साल के जोनाथन ने ओलंपियन सरबजोत को हराया, पहले ही नेशनल गेम्स में किया 'धमाका', बोर्ड एग्जाम से पहले जीता

देहरादून: सोमवार को देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में नेशनल गेम्स के वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप हुई. जिसमें पंजाब की महक ने तीन नए रिकॉर्ड बनाये. वहीं, इसमें उत्तराखंड के विवेक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है.

38वें राष्ट्रीय खेलों में सोमवार को भारोत्तोलन में पंजाब की महक शर्मा ने तीन नए रिकॉर्ड बनाए. उन्होंने महिलाओं की 87 प्लस किलोग्राम श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता. पुरुष वर्ग की 109 प्लस श्रेणी में सर्विसेज के लवप्रीत सिंह ने स्वर्ण, तमिलनाडु के एस रुद्रमयन ने रजत और उत्तराखंड के विवेक पांडेय ने कांस्य पदक जीता.

महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर देहरादून में सोमवार को भारोत्तोलन के महिला और पुरुष वर्ग के मुकाबले हुए. महिला वर्ग में महक ने अंतिम क्लीन एंड जर्क प्रयास में रिकॉर्ड तोड़ 141 किलोग्राम वजन उठाया, जो उनके पिछले सर्वश्रेष्ठ 140 किलोग्राम से बेहतर था. उन्होंने 106 किलोग्राम वजन उठाकर एक नया स्नैच रिकॉर्ड भी बनाया, जो उनके पिछले 105 किलोग्राम के रिकॉर्ड से बेहतर है. कुल 247 किलोग्राम वजन उठाकर उन्होंने अपने पिछले 244 किलोग्राम के रिकॉर्ड को ब्रेक किया. रजत पदक उत्तर प्रदेश की पूर्णिमा पांडे ने जीता. जिन्होंने कुल 216 किलोग्राम वजन उठाया, जबकि कांस्य पदक कर्नाटक की सत्य ज्योति ने कुल 201 किलोग्राम वजन उठाकर हासिल किया.

पुरुष वर्ग में तमिलनाडु के एस रुद्रमयन ने स्नैच में 175 किलोग्राम वजन उठाकर एक नया बेंचमार्क स्थापित किया. हालांकि, वह क्लीन एंड जर्क में अपना फॉर्म बरकरार नहीं रख सके. 180 किलोग्राम वजन उठाकर कुल 355 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक हासिल किया. सर्विसेज कंट्रोल बोर्ड के लवप्रीत सिंह ने स्वर्ण पदक जीता. जिन्होंने स्नैच में 165 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 202 किलोग्राम वजन उठाकर कुल 367 किलोग्राम वजन उठाया. उत्तराखंड के विवेक पांडे ने कुल 280 किलोग्राम वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल करके राज्य की उपलब्धियों में इजाफा किया.

महक ने कोच और परिवार को दिया श्रेय: रिकॉर्ड बनाने वाली पंजाब की महक शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार और कोच को दिया है. उन्होंने कहा कोच की मदद के बिना इस खेल में कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा उन्होंने अच्छा अभ्यास किया था, लेकिन ये नहीं सोचा था कि वो वो अपने तीनों पुराने रिकॉर्ड तोड़ देंगी.

विवेक को जिम से मिली वेटलिफ्टिंग की प्रेरणा: भारोत्तोलन में उत्तराखंड को कांस्य पदक दिलाने वाले विवेक पांडे ने अपनी उपलब्धि का श्रेय परिवार और प्रशिक्षकों को दिया है. यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले साल उत्तराखंड ने इस श्रेणी में भाग नहीं लिया था. चंपावत जिले के टनकपुर निवासी विवेक ने महज दो साल पहले वेटलिफ्टिंग की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा मेरे प्रशिक्षकों ने मेरी बहुत मदद की. विवेक की इस सफलता ने राज्य के वेटलिफ्टिंग क्षेत्र को नई पहचान दी है. विवेक ने बताया कि वो जिम किया करते थे, वहीं से उन्हें भारोत्तोलन की प्रेरणा मिली.

खेल मंत्री रेखा ने दी विवेक को बधाई: उत्तराखंड को भारोत्तोलन में पदक दिलाने वाले विवेक पांडे को खेल मंत्री रेखा आर्या ने बधाई दी है. आर्य ने कहा उन्होंने बहुत कम समय में यह उपलब्धि हासिल की है. यह बधाई की बात है. उनकी मेहनत, जज्बे, दृढ निश्चय दूसरे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा.

पढ़ें- 15 साल के जोनाथन ने ओलंपियन सरबजोत को हराया, पहले ही नेशनल गेम्स में किया 'धमाका', बोर्ड एग्जाम से पहले जीता

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