श्रीनगर: कोरोना वायरस पूरे देश में अपना कहर बरपा रहा है. लोग जहां इस बीमारी से जूझ रहे हैं वहीं गरीब, मजदूर भूख-प्यास से बेहाल हो रहे हैं. देवप्रयाग तहसील के दूरस्थ गावों के लोगों की मदद के लिए समूण सामाजिक संस्था ने हाथ आगे बढ़ाये हैं. संस्था के लोग गांवों में निशुल्क राशन पहुंचाने का काम कर रहे हैं. फाउंडेशन के लोगों ने पाया कि 6 सालों से ग्रामीणों के राशन कार्ड ऑनलाइन नहीं हैं. इस कारण उन्हें योजना का राशन नहीं मिल रहा था.
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समूण फॉउंडेशन ने देवप्रयाग तहसील के दूरस्थ गांवों में बसे निर्धन परिवारों को 600 किलो खाद्यान्न सामग्री बांटी. फाउंडेशन ने टोल, गगवाड़ी, दिखोल, बिंदवा, समंदर, किरोड, सौड़ ,सकनी, धिडियाल के 100 निर्धन परिवारों सहित जरूरतमंदों को चिह्नित कर ये खाद्य सामग्री वितरित की. राशन वितरण के दौरान ये भी दिखा की सालों से इन गांवों के ग्रामीणों को राशन कार्ड ऑनलाइन न होने से राशन नहीं मिल सका है.
समूण फाउंडेशन उत्तराखंड के कई जिलों में अपने सहयोगियों के साथ निर्धन परिवारों सहित प्रवासियों को छात्रवृति और अन्य सहायता हेतु प्रेरित करने का काम करता रहा है. फाउंडेशन अध्यक्ष विनोद जेठूड़ी ने बताया कि अभी तक 2 लाख की छात्रवृत्ति उत्तराखंड के निर्धन मेधावी विद्यार्थियों को दी जा चुकी है. निर्धन परिवारों को घर बनाकर भी दे रहे हैं.