टिहरीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की ओर से संचालित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया है. इस कार्यक्रम में 96 स्वयंसेवी शामिल हुए. उन्हें योग, ध्यान और अनुशासन के साथ मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मिकता के गुर सिखाए गए. जिससे समाज के लिए एक अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण हो सके.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शिक्षक सत्य प्रसाद सेमवाल ने कहा कि भारत के हर नागरिक के अंदर देशभक्ति का जज्बा होना चाहिए और हमारे लिए पहले देश है. इस मातृभूमि की रक्षा करना हमारा पहला कर्तव्य भी है. इस कार्यक्रम को करवाने के लिए 13 शिक्षक और 30 अन्य लोगों ने अपना सहयोग दिया. जिससे कार्यक्रम में आए सभी लोगों को अच्छी सुविधाएं मिल सकें. वहीं, कार्यक्रम में पहुंचे नरेंद्र डंगवाल और दीपांशु ने कहा कि संघ से हर किसी को जुड़ना चाहिए. यहां अनुशासन में रहना सिखाया जाता है. जो हमारे जीवन जीने की कला में परिवर्तन लाता है. इस दौरान कार्यक्रम में जल्दी उठना, शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक कार्यक्रम करवाए जाते हैं.
वहीं, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में स्वयंसेवकों ने संघ का 97 वां स्थापना दिवस मनाया. उन्होंने भगवा ध्वज फहराया कर शस्त्र पूजा भी की. इसके बाद प्राथमिक शिक्षा वर्ग का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. आरएसएस प्रचार प्रमुख डॉ. सुशील कोटनाला ने कहा कि प्रशिक्षण देकर व्यक्ति की शारीरिक, बौद्धिक क्षमताओं को बढ़ाकर व्यक्तित्व निर्माण करना है. वहीं, सह जिला कार्यवाह सत्यप्रसाद सेमवाल ने संघ के 2025 में मनाए जाने वाले शताब्दी वर्ष पर होने वाले कार्यों से रूबरू करवाया.