टिहरी: उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद डॉ कल्पना सैनी पहली बार टिहरी जिले के दौरे पर आयीं. इस दौरान कोटी कॉलोनी में आपदा पीड़ित बच्चों के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद ने शिरकत की और बच्चों का मनोबल बढ़ाया. आपको बता दें कि 16 और 17 जून 2013 को केदारघाटी में भयंकर दैवीय आपदा से अनेक परिवार प्रभावित हुए. इन परिवारों के बच्चों के लिए इस छात्रावास को 29 अगस्त 2013 को प्रारंभ किया गया था.
टिहरी के हॉस्टल में रह रहे केदारनाथ आपदा पीड़ित बच्चे: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस कार्य में लग रहा. श्रीदेव सुमन छात्रावास का विधिवत प्रारंभ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख सुहस राव हिरमेट ने किया था. शुरू में इस छात्रावास में 45 बच्चे थे जिनमें 15 बच्चे अनाथ थे. इन बच्चों में से 5 बच्चे सेना के जवान बने हैं और कुछ अन्य नौकरियों में हैं. वर्तमान समय में इस छात्रावास में 34 बच्चे रहते हैं. इनमे 6 बच्चे ऐसे हैं जिनके माता पिता नहीं हैं. 6 बच्चों के पिता नहीं हैं और 1 बच्चे की माता नहीं है. 15 बच्चे वंचित वर्ग के हैं. 6 बच्चों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इन अनाथ बच्चों की देखरेख संघ परिवार स्वयं करता है.
छात्राओं को जूडो कराटे की ट्रेनिंग जरूरी- कल्पना सैनी: उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद डा. कल्पना सैनी ने कहा कि महज किताबी ज्ञान से युवा पीढ़ी आगे नहीं बढ़ सकती है. उन्हें संस्कारवान शिक्षा देने की भी आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि 12वीं तक की छात्राओं के लिए जूडो कराटे की शिक्षा को भी अनिवार्य करना चाहिए. भारत पुरातन समय से ज्ञान का केंद्र रहा है. उसी गौरव को लौटाने के लिए केंद्र सरकार कार्य कर रही है.
आरएसएस ने बनाया आपदा पीड़ितों के लिए हॉस्टल: कोटी कॉलोनी में आरएसएस के तत्वावधान में संचालित उत्तरांचल आपदा पीड़ित सहायता समिति के श्रीदेव सुमन छात्रावास के वार्षिकोत्सव का राज्यसभा सांसद सैनी ने शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि आरएसएस विभिन्न माध्यमों से राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहा है. दूरस्थ क्षेत्रों में भी विद्या भारती को अपने स्कूल खोलने चाहिए. राज्यसभा सांसद ने छात्रावास में शौचालय निर्माण करने के लिए 10 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की.
आरएसएस के प्रांत सेवा प्रमुख पवन ने मुख्य वक्ता के तौर पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी. उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा के कारण अपने माता-पिता खोने वाले लोग गरीब छात्रों को शिक्षा देने और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने को आमजन के सहयोग से छात्रावास चला रहे हैं. टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में अपने दायित्व के साथ ही समाज हित में सभी को कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा कि टीएचडीसी से लेकर व्यक्तिगत रूप से भी छात्रावास के संचालन में पूरा सहयोग दिया जाएगा. इससे पूर्व विद्या मंदिर की छात्राओं ने मां शारदे, शिवजी कैलाश रैंदा, जरा मठु-मठु हिट मेरी सुमना की शानदार प्रस्तुति दी.
ये भी पढ़ें: Chardham Yatra 2023: 25 अप्रैल को खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट, 22 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा
इस मौके पर छात्रावास समिति के अध्यक्ष रंजन भंडारी, आरएसएस के विभाग प्रचारक पारस, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश नौटियाल, डीसीबी अध्यक्ष सुभाष रमोला, ब्लॉक प्रमुख सुनीता देवी, शिवानी बिष्ट, दिवाकर पैन्यूली, वीरेंद्र उनियाल, रामानुज बहुगुणा, मस्ता नेगी, विनय सेमवाल, जगतमणि पैन्यूली, संजीव भट्ट, स्वराज पंवार, सूर्यमणि उनियाल, राकेश बडोनी, सुशील बहुगुणा, अनुसूया नौटियाल, चंद्रवीर नेगी, दिनेश डंगवाल, मनवीर नेगी, रविंद्र राणा, किशन चौहान, गौरव गुसाईं मौजूद थे.