टिहरी: उत्तराखंड राज्य बनने के बाद टिहरी जिले की प्रताप नगर विधानसभा सीट पर अभी तक भाजपा और कांग्रेस का ही कब्जा रहा है. इसमें अभी तक दो बार भाजपा ने जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस ने एक बार जीत दर्ज की है. टिहरी जिले की प्रताप नगर विधानसभा सीट के लिए वर्ष 2002 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बिष्ट ने जीत हासिल की थी. प्रताप नगर विधानसभा सीट का कुछ हिस्सा जाखणीधार ब्लॉक में पड़ने की वजह से इस सीट पर जाखणीधार के वोटरों का हमेशा दबदबा भी रहता है. इस बार इस सीट पर मतदाताओं की संख्या 85,151 है.
राजनीतिक समीकरण के हिसाब से देखें तो यह विधानसभा सीट टिहरी बांध के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. यही वजह है कि इस क्षेत्र के अधिकांश लोग विस्थापित या प्रभावित हैं, जिनमें से कई लोग विस्थापित होकर अन्य जगहों पर चले गए हैं. वहीं संस्कृति की यदि बात करें तो इस विधानसभा सीट व उत्तरकाशी जनपद की संस्कृति व रीति रिवाज मिलते-जुलते हैं.
जानिए कब किस पार्टी का रहा दबदबा- राजनीतिक इतिहास के बारे में बात करें तो वर्ष 2002 में पहले चुनाव में विजय हासिल करने के बाद कांग्रेस के फूल सिंह बिष्ट पहले विधायक बने. उसके बाद 2007 के दूसरे विधानसभा चुनाव में भाजपा से विजय सिंह पंवार ने जीत हासिल की. वहीं वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के विधायक विक्रम सिंह नेगी ने बाजी मारी जबकि 2017 के चुनाव में भाजपा से दोबारा विजय सिंह पंवार विधायक चुने गए. इस सीट पर अभी तक कांग्रेस व भाजपा का ही बोलबाला रहा है.
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किसी निर्दलीय प्रत्याशी को अभी तक नहीं मिली सफलता- यहां के मतदाताओं के रुझान के बारे में अगर हम बात करें तो इस विधानसभा क्षेत्र के वोटरों का रुख बदलता रहा है. क्षेत्र में सक्रिय व्यक्ति की छवि का आकलन यहां के वोटर करते हैं. इन सीट से कोई भी निर्दलीय प्रत्याशी विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज नहीं कर सका है. वर्तमान में 2022 के होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भी प्रमुख रूप से भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच मुकाबला होने की संभावना है. इस बार प्रतापनगर में भाजपा से विजय सिंह पंवार चुनाव लड़ेंगे तो दूसरी ओर कांग्रेस से बिक्रम सिंह नेगी को टिकट मिलने की उम्मीद है. वहीं चुनाव में अब की बार टिहरी झील से परेशान ग्रामीणों का विस्थापन, सड़कों का डामरीकरण के अलावा स्वास्थ्य और चिकित्सा आदि मुख्य मुद्दे होंगे.