टिहरीः प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत खैराड-भूटगांव मोटर मार्ग पर घटिया डामरीकरण को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. उन्होंने ठेकेदार ओर विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है.
सरकार के विकास कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता के बड़े-बड़े दावों की स्याह हकीकत टिहरी जिले के नैनबाग में दिख जाएगी. यहां खैरार-भूटगांव मोटर मार्ग प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाया जा रहा है. लेकिन घटिया डामरीकरण को लेकर ग्रामीणों ने मामले में ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर दिया है.
प्रखंड जौनपुर के अंतर्गत तहसील नैनबाग में खैरार भूटगांव मोटर मार्ग पर प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत करीब 13 किलोमीटर मार्ग पर डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार सभी मानकों को ताक पर रखकर सड़क की पूरी तरह से सफाई न कर मिट्टी के ऊपर ही डामरीकरण कर रहा है. इसमें मुख्य बात ये है कि विभाग का कोई भी जेई व अन्य अधिकारी साइट की देख-रेख के लिए मौजूद नहीं होता. ऐसे में ठेकेदार को मनमानी करने की छूट मिल जाती है.
पढ़ेंः छुट्टी मांगने पर बौद्ध मठ में नेपाली छात्रों को बेरहमी से पीटने का आरोप, 7 लापता, हरकत में बाल आयोग
गांव के पूर्व प्रधान सुशील राणा, रघुवीर सिंह चौहान, सुरवीर सिंह चौहान और वीरेंद्र वर्मा का कहना है कि मार्ग में चल रहे कार्य पूरी तरह से घटिया हैं. इनमें गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. बार-बार ग्रामीणों द्वारा ठेकेदार को अवगत कराने के बाद भी ठेकेदार ग्रामीणों की बात सुनने को तैयार नहीं हैं. साथ ही विभाग के अधिकारी जेई आज तक साइट में ध्यान नहीं दे रहा है. जिस पर ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मामले में शीघ्र संज्ञान लेने की मांग की है.
मामले में अधिशासी अभियंता मीनी सिंह गोल-मोल जबाव के साथ डामरीकरण के कार्य को चेक करने की बात कह रहे हैं. उधर, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जिला प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करता तो आंदोलन किया जाएगा.