टिहरी: धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड जौनपुर के सकलाना क्षेत्र के लोगों ने सीएम त्रिवेंद्र रावत को ज्ञापन भेजकर लंबे समय से चली आ रही प्रमुख मांगों के निस्तारण की मांग की. मांगों का निस्तारण न होने पर क्षेत्र के लोगों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी.
बता दें, पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश उनियाल के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम के माध्यम से सकलाना क्षेत्र के लोगों ने सीएम को ज्ञापन प्रेषित किया. ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि सकलाना क्षेत्र में पूर्व सरकार के स्वीकृत डिग्री कालेज के प्रशासनिक शासनादेश को आपकी सरकार ने निरस्त कर दिया है, जिसके कारण आज यहां के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए देहरादून व चंबा का रुख करना पड़ता है. क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए आनंदचौक पेयजल पंपिंग योजना की आज तक वित्तीय स्वीकृति नहीं हो पाई है, जिसके कारण लोगों को पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है.
सरकार ने देहरादून वासियों की पेयजल व्यवस्था के लिए ग्राम सौंदणा, तौलिया काटल में सौंग नदी पर प्रस्तावित सौंग डैम से सम्भावित प्रभावितों की मांगों का अभी तक निस्तारण नहीं किया है, जिससे ग्रामीण सशंकित हैं. मामले में कोई धरातलीय कार्रवाई नहीं हो रही है. 10 वर्षों से अधिक समय से स्वीकृत उनियाल गांव-सत्यों मोटर मार्ग को धन नहीं आवंटित हो रहा है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में भारी निराशा है.
पीएमजीएसवाई की मरोड़ा-बनाली मोटर मार्ग की स्थिति लगातार दयनीय बनी हुई है. सकलाना क्षेत्र को देहरादून से जोड़ने वाले रायपुर-कुमाल्डा-कद्दूखाल मोटर मार्ग का चौड़ीकरण नहीं किया जा रहा है. मार्ग बदहाल बना हुआ है. नकदी फसलों का बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण यहां पर मंडी खोली जाए. आज तक मंडी को लेकर मात्र कोरे आश्वसान दिये गये हैं. मांगों पर यदि कार्रवाई न हुई तो सकलाना क्षेत्र की जनता आंदोलन को बाध्य होगी.