टिहरी: रक्षाबंधन पर अपने भाइयों को राखी बांधने जाने वाली महिलाओं को टिहरी में उत्तराखंड परिवहन निगम की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बहन अपने भाइयों के घर जाने के लिए घंटों बस का इंतजार करती रहीं, लेकिन उत्तराखंड रोडवेज की एक भी बस टिहरी नहीं पहुंची, जिससे महिलाओं के साथ अन्य यात्रियों को भी काफी फजीहत झेलनी पड़ी. गौर हो कि, उत्तराखंड सरकार की ओर से रक्षाबंधन के दिन (30-31 अगस्त) प्रदेश की सभी महिलाओं के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम बसों में फ्री यात्रा का लाभ दिया गया था.
महिलाओं का कहना है कि एक तरफ तो सरकार रक्षाबंधन पर बहनों को उत्तराखंड रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा करने का तोहफा देती है. दूसरी तरफ उत्तराखंड परिवहन निगम बसों को पहाड़ी रूट पर ही नहीं भेज रहा है. ऐसे में पहाड़ की महिलाओं को सरकार की सुविधा का लाभ नहीं मिल पाया. ऐसे लापरवाह अफसरों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
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टिहरी में घंटों के इंतजार के बाद भी जब बस नहीं आई तो महिलाओं और अन्य लोगों को लोकस बसों व अन्य साधनों ने अपने गंतव्य की ओर जाना पड़ा. हालांकि इस बारे में जब उत्तराखंड परिवहन निगम के मसूरी कार्यालय में फोन पर निगम के कर्मचारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि टिहरी जाने वाली बस आज देहरादून से ही नहीं है. हालांकि उनसे बस नहीं आने का कारण पूछा गया तो उनके पास कोई उत्तर नहीं था.
इसके अलावा उत्तराखंड परिवहन निगम की जो बस टिहरी से देहरादून और नैनीताल जाती थी, उसे निगम ने पहले ही बंद कर दिया और जो एकमात्र बस के सहारे टिहरी के लोग मसूरी-चंबा होते हुए देहरादून जाते थे, वो आज रक्षाबंधन के दिन टिहरी नहीं पहुंची. इससे यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
स्थानीय लोग लंबे समय से सरकार से मांग कर रहे हैं कि उत्तराखंड परिवहन निगम की कुछ बसों को टिहरी से भी चलाया जाए, जिससे यहां के लोगों की थोड़ी राहत मिल सके और राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के अन्य जिलों में आसानी से जा सकें. स्थानीय लोगों का कहना है कि देहरादून से टिहरी के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम को दो से तीन बसें लगानी चाहिए.