टिहरी: उत्तराखंड की बेटी ने एक बार फिर देश और प्रदेश का नाम नाम रोशन किया है. टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के पोखार गांव की रहने वाली मेजर सुमन गवानी को संयुक्त राष्ट्र सैन्य जेंडर एडवोकेट ऑफ द इयर अवॉर्ड के लिए चुना गया है, जो टिहरी जिले के साथ पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है.
मेजर गवानी को यूएन के शांति मिशन में विशिष्ट योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया है. पहली बार किसी भारतीय शांति दूत को यह पुरस्कार दिया गया है. मेजर गवानी को संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के अंतरराष्ट्रीय दिवस पर 29 मई को यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्मानित किया.
मेजर सुमन इस समय दिल्ली में तैनात हैं और उनका परिवार टिहरी में रहता है. वह संयुक्त राष्ट्र के मिशन के तहत दक्षिण सूडान में तैनात रही हैं. मेजर सुमन को पुरस्कार लेने के लिए न्यूयॉर्क जाना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण वे वहां नहीं जा पाईं.
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मेजर सुमन गावनी का परिचय
मेजर सुमन गावनी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई उत्तरकाशी और स्नातक देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज से किया था. 2011 में वह भारतीय सेना में शामिल हुईं थी. मेजर सुमन गवानी के पिता प्रेम सिंह गावनी अग्निशमन विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. मेजर गवानी तीन भाई-बहन हैं. उनकी बहन भी सेना और भाई वायुसेना में हैं.
पिता ने जाहिर की खुशी
मेजर गवानी के पिता प्रेम सिंह ने कहा कि आज के समय में बेटियां किसी मायने में कम नहीं हैं. उत्तराखंड के लोगों ने भी पहाड़ की बेटी को मिल रहे सम्मान पर प्रसन्नता व्यक्त की है. सुमन ने इस सम्मान को पाने के बाद टिहरी जिले के साथ-साथ उत्तराखंड का नाम भी रोशन किया है.