ETV Bharat / state

सहूलियत और सुविधाओं के अभाव में 'बंजर' पड़ी पटवारी चौकियां

लंबगांव पटवारी चौकी में सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां के पटवारी प्रतापनगर में कमरा किराये पर लेकर रह रहे हैं. ऐसा सिर्फ लंबगांव पटवारी चौकी में नहीं है बल्कि क्षेत्र की ज्यादातर पटवारी चौकियों में ये ही हालात हैं.

lambgaon-patwari-chowki-empty
'बंजर' पड़ी पटवारी चौकियां
author img

By

Published : Jan 26, 2020, 2:31 AM IST

प्रतापनगर: उत्तराखंड की लगभग 58 फीसदी हिस्से खासकर पहाड़ी इलाकों में राजस्व विभाग ने पटवारी चौकियों का निर्माण करवाया गया है. जिससे की दूर दराज से आने वाले लोगों को सुविधा हो. लेकिन इन दिनों ये पटवारी चौकियां बंजर हो चुकी हैं. मामला प्रतापनगर तहसील का है जहां की लगभग सभी पटवारी चौकियां खाली पड़ी हुई हैं.

प्रतापनगर विकास खंड की लंबगांव पटवारी चौकी में सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां के पटवारी प्रतापनगर में कमरा किराये पर लेकर रह रहे हैं. ऐसा सिर्फ लंबगांव पटवारी चौकी में नहीं है बल्कि क्षेत्र की ज्यादातर पटवारी चौकियों में ये ही हालात हैं. सभी पटवारी अपनी सुख-सुविधा के लिए तहसील के केंद्र बिंदु व मुख्य बाजारों में किराये पर रह रहे हैं. जिसके कारण पटवारी चौकियों से जरुरतमंद लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है.

पढ़ें-कोरोनावायरस को लेकर उत्तराखंड में अलर्ट, बाहर से आने वाले यात्रियों की हो रही जांच

मामले पर बोलते हुए कानूनगो ने कहा ये पटवारी चौकियां वीरान जगह पर बनी हैं, वहां पर बिजली पानी और अन्य सुविधाएं नहीं हैं, जिसके कारण पटवारियों को किराये पर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा आज का दौर इंटरनेट है, जिन स्थानों पर चौकियां हैं वहीं पर नेटवर्क की भी समस्या है, जिसके कारण भी पटवारियों को बाजार आना पड़ता है. उन्होंने कहा जितनी समस्याएं लोगों को हैं उतनी ही समस्याओं का सामना पटवारियों को भी करना पड़ता है.

पढ़ें-गजब! एक ही दुकान में चोरों ने पांचवीं बार की चोरी, नींद में पुलिस प्रशासन

एक ओर सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्थाएं बनाने की बात तो बार-बार करती है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित पटवारी चौकियों को उनके अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. सरकारों को चाहिए की पटवारी चौकियों को आज के हिसाब से बनाया जाए, वहां पर सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जांए, जिससे पटवारियों चौकी छोड़कर कहीं न जाना पड़े, इससे जहां पटवारियों को काम करने में आसानी होगी, वहीं लोगों को भी सहूलियत होगी.

प्रतापनगर: उत्तराखंड की लगभग 58 फीसदी हिस्से खासकर पहाड़ी इलाकों में राजस्व विभाग ने पटवारी चौकियों का निर्माण करवाया गया है. जिससे की दूर दराज से आने वाले लोगों को सुविधा हो. लेकिन इन दिनों ये पटवारी चौकियां बंजर हो चुकी हैं. मामला प्रतापनगर तहसील का है जहां की लगभग सभी पटवारी चौकियां खाली पड़ी हुई हैं.

प्रतापनगर विकास खंड की लंबगांव पटवारी चौकी में सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां के पटवारी प्रतापनगर में कमरा किराये पर लेकर रह रहे हैं. ऐसा सिर्फ लंबगांव पटवारी चौकी में नहीं है बल्कि क्षेत्र की ज्यादातर पटवारी चौकियों में ये ही हालात हैं. सभी पटवारी अपनी सुख-सुविधा के लिए तहसील के केंद्र बिंदु व मुख्य बाजारों में किराये पर रह रहे हैं. जिसके कारण पटवारी चौकियों से जरुरतमंद लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है.

पढ़ें-कोरोनावायरस को लेकर उत्तराखंड में अलर्ट, बाहर से आने वाले यात्रियों की हो रही जांच

मामले पर बोलते हुए कानूनगो ने कहा ये पटवारी चौकियां वीरान जगह पर बनी हैं, वहां पर बिजली पानी और अन्य सुविधाएं नहीं हैं, जिसके कारण पटवारियों को किराये पर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा आज का दौर इंटरनेट है, जिन स्थानों पर चौकियां हैं वहीं पर नेटवर्क की भी समस्या है, जिसके कारण भी पटवारियों को बाजार आना पड़ता है. उन्होंने कहा जितनी समस्याएं लोगों को हैं उतनी ही समस्याओं का सामना पटवारियों को भी करना पड़ता है.

पढ़ें-गजब! एक ही दुकान में चोरों ने पांचवीं बार की चोरी, नींद में पुलिस प्रशासन

एक ओर सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्थाएं बनाने की बात तो बार-बार करती है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित पटवारी चौकियों को उनके अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. सरकारों को चाहिए की पटवारी चौकियों को आज के हिसाब से बनाया जाए, वहां पर सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जांए, जिससे पटवारियों चौकी छोड़कर कहीं न जाना पड़े, इससे जहां पटवारियों को काम करने में आसानी होगी, वहीं लोगों को भी सहूलियत होगी.

Intro: प्रतापनगर
प्रतापनगर तहसील की सभी चौकिया पड़ी है बंजर ।


Body: प्रतापनगर
मामला प्रतापनगर तहसील का है जहां पर लगभग सभी पटवारी चौकियां बंजर पड़ी हुई है ।
यह मामला लंबगांव पटवारी चौकी का है जो प्रतापनगर विकास खंड या प्रतापनगर तहसील का केंद्र बिंदु व मुख्य बाजार है जहां पर प्रतापनगर क्षेत्र के लगभग सभी पटवारी कमरा किराया पर लेकर रह रहे हैं लेकिन पटवारी क्षेत्रों में बनी पटवारी चौकियां सभी बंजर हो गई है ।
कानूनगो नौटियाल जी से पूछने पर उन्होंने कहा कि पटवारी चौकियां वीरान जगह पर बनी है और उन पर सुविधाएं नहीं है ना बिजली है न पानी है ना आसपास कोई कस्बा या बाजार और जो मेन कार्य है वह आज सारा काम नेट के थ्रो हो रहा है गांव में नेट की भी प्रॉब्लम रहती है एक फोटो कॉपी करने के लिए भी बाजार आना पड़ता है जिससे हमको भी और ग्रामीणों को भी बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिस कारण सभी पटवारी चौकियों में न रहकर लमगांव बाजार में रह रहे हैं ।


Conclusion: प्रतापनगर
बंजर पड़ी पटवारी चौकियां सभी पटवारियों ने पटवारी क्षेत्र छोड़ लमगांव बाजार में डाल रखा है डेरा ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.