टिहरी: उत्तराखंड में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में टिहरी में 24 नवंबर से 28 नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय एक्रो फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें कुशल पैराग्लाइडर टिहरी झील के ऊपर करतब दिखाते दिखाई देंगे. 42 किलोमीटर तक फैली टिहरी झील में 24 से 28 नवंबर तक हवा में तरह-तरह के करतबों लोगों को देखने के लिए मिलेंगे.
इस दौरान यहां भारत का पहला इंटरनेशनल एरियल एक्रॉस्टिक शो होने जा रहा है. यह इंटरनेशनल एक्रो फेस्टिवल में दुनिया भर के 135 पायलट शिरकत करेंगे. पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने कहा कि टिहरी झील में पहली बार अंतरराष्ट्रीय एक्रो फेस्टिवल 2023 होने जा रहा है. इस इवेंट में 35 अंतरराष्ट्रीय और 100 भारतीय पायलट भाग लेंगे. इस दौरान एक्रो फ्लाइंग, सिकरो फ्लाइंग,विंगसूट फ्लाइंग, दी वेडिंग, जैसे कई साहसिक इवेंट देखने को मिलेंगे. हवाई कलाबाजी के साथ ही कई तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी.
पढ़ें-हिमाचल में पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण ले रहे नैनीताल के युवा, स्वरोजगार बढ़ाने की पहल
विजेता को दो लाख का इनाम दिया जाएगा, इवेंट में एंट्री फीस फ्री है. इस दौरान यूरोपीय पांडव जैसे नामी बैंड भी शाम को अपनी प्रस्तुति देंगे.अभी तक पैराग्लाइडिंग के लिए भारतीयों को यूरोप जाना पड़ता था जो महंगा पड़ता है. टिहरी में भी यूरोप जैसी ही ट्रेनिंग देने की क्षमता है, यहां पर झील का पानी भी मीठा है, जिसमें पैराग्लाइडर खराब नहीं होंगे. यहां पर 1400 मी का फ्लाइंग डेस्टिनेशन है, जो इस दुनिया में नंबर वन तुर्की के बाद दूसरा सबसे बड़ा पैराग्लाइडिंग डेस्टिनेशन बनता है.
पढ़ें-भीमताल में अब नए नियमों के तहत होगी पैराग्लाइडिंग, व्यवसायियों ने कहा जल्द शुरू करें
पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने कहा कि स्थानीय युवाओं के लिए पैरा ग्लाइडिंग कोर्स निशुल्क आयोजित कर रहा है. विभाग का लक्ष्य 2023 के अंत तक 100 से अधिक ऐसे 100 से अधिक पायलटों को प्रशिक्षित करने का है, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा. इस आयोजन में टिहरी दुनिया के पैराग्लाइडिंग मानचित्र पर अपनी पहचान बनाएगा. इससे आने वाले समय में दुनिया भर से पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए टिहरी आएंगे.