प्रतापनगर: राजकीय इंटर कॉलेज लंबगांव जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नत्था सिंह कश्यप के नाम से जाना जाता है कि स्थापना स्वतंत्रता से पूर्व 1940 में की गई थी. जबकि, साल 1991 के विनाशकारी भूकंप के बाद यह इंटर कॉलेज क्षतिग्रस्त हो गया था. ऐसे में इस कॉलेज भवन की मरम्मत के लिए सरकार बजट स्वीकृत किया था लेकिन उस पैसे से इस कॉलेज भवन का आधा ही जीर्णोंधार हो पाया है. वहीं, अभीतक इस कॉलेज का आधा भवन जर्जर बना हुआ है.
जिले में टिहरी नगर के बाद केवल लंबगांव में ही एक इंटर कॉलेज था. साल 1991 के भूकंप के बाद इस इंटर कॉलेज की दीवारें जर्जर हो गई थी. जिसके बाद इस विद्यालय की मरम्मत के लिए सरकार ने बजट स्वीकृत किया. जिससे साल 1995-96 में कॉलेज का आधा भवन बनकर तैयार हो गया था लेकिन, उसके बाद से कॉलेज के आधे भवन का निर्माण नहीं हो पाया.
ये भी पढ़ें: खुशखबरी: बेरोजगार युवाओं के लिए सुनहरा मौका, 21 जनवरी को लगेगा रोजगार मेला
वहीं, कॉलेज की आधी इमारत मरम्मत के अभाव में आज भी जीर्णशीर्ण बनी हुई है. जिसके चलते छात्र-छात्राएं अपनी जान जोखिम में डालकर इस कॉलेज की जर्जर इमारत में पढ़ने को मजबूर हैं. राज्य मंत्री रोशन लाल सेमवाल का कहना है कि साल 1991 के विनाशकारी भूकंप के बाद कॉलेज का भवन जर्जर हो गया था. जिसके बाद सरकार ने इस कॉलेज भवन के निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया था. लेकिन उस राशि से कॉलेज के आधे भवन का ही निर्माण हो पाया.