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बौराड़ी अस्पताल का पीपीपी मोड खत्म, सरकार ने अपने हाथ में ली जिमेदारी

टिहरी जिले के तीन अस्पतालों का पीपीपी मोड खत्म हो गया है. इन अस्पतालों में जिला अस्पताल बौराड़ी, सीएचसी बेलेश्वर,हिंडोलाखाल शामिल हैं. अब सरकार ने इन अस्पतालों को खुद चलाने का निर्णय लिया है.

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Published : Jun 8, 2023, 4:55 PM IST

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बौराड़ी अस्पताल का पीपीपी मोड खत्म

टिहरी: जिले में आज से पीपीपी मोड पर संचालित जिला अस्पताल बौराड़ी सहित सीएचसी बेलेश्वर और सीएचसी हिंडोलाखाल अस्पताल का संचालन सरकार खुद करेगी. इसकी तैयारियों को लेकर सीएमओ डॉ मनु जैन ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर डॉक्टरों और स्टॉफ के साथ बैठक की.

बता दें 2018 से उक्त तीनों अस्पताल का हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट पीपीपी मोड संचालन कर रहा था. अब 5 साल का अनुबंध खत्म होने के बाद सरकार ने तीनों अस्पताल का संचालन स्वयं करने का निर्णय लिया है. सीएमओ डॉ जैन ने बताया अस्पताल में 13 डॉक्टर और एक एक्सरे तकनीशियन तैनात कर दिया गया है. इसके अलावा 4 फार्मासिस्ट सहित अन्य स्टॉफ को भी यहां मौजूद है. जिससे मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. सीएचसी बेलेश्वर और हिंडोलाखाल में भी स्टाफ व डॉक्टर तैनात कर दिए हैं. जिले में स्वीकृत 234 पदों के सापेक्ष पूरे डॉक्टर तैनात हैं.

पढ़ें- पीपीपी मोड पर टिहरी का जिला अस्पताल, इलाज के लिए भटक रहे मरीज

डॉक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट तो विभाग ने तैनात कर दिए हैं लेकिन दिक्कत रेडियोलॉजिस्ट की है. जिला अस्पताल बौराड़ी को पीपीपी मोड पर संचालित करने को लेकर स्थानीय लोगों और जनता ने काफी विरोध जताया छा. पीपीपी मोड के माध्यम से यहां पर जो डॉक्टर तैनात किए जाते थे वह 10-15 दिनों बाद चेंज हो जाते थे. जिसके कारण आए दिन मरीजों को इलाज कराने में समस्याएं आती थी.

टिहरी: जिले में आज से पीपीपी मोड पर संचालित जिला अस्पताल बौराड़ी सहित सीएचसी बेलेश्वर और सीएचसी हिंडोलाखाल अस्पताल का संचालन सरकार खुद करेगी. इसकी तैयारियों को लेकर सीएमओ डॉ मनु जैन ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर डॉक्टरों और स्टॉफ के साथ बैठक की.

बता दें 2018 से उक्त तीनों अस्पताल का हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट पीपीपी मोड संचालन कर रहा था. अब 5 साल का अनुबंध खत्म होने के बाद सरकार ने तीनों अस्पताल का संचालन स्वयं करने का निर्णय लिया है. सीएमओ डॉ जैन ने बताया अस्पताल में 13 डॉक्टर और एक एक्सरे तकनीशियन तैनात कर दिया गया है. इसके अलावा 4 फार्मासिस्ट सहित अन्य स्टॉफ को भी यहां मौजूद है. जिससे मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. सीएचसी बेलेश्वर और हिंडोलाखाल में भी स्टाफ व डॉक्टर तैनात कर दिए हैं. जिले में स्वीकृत 234 पदों के सापेक्ष पूरे डॉक्टर तैनात हैं.

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डॉक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट तो विभाग ने तैनात कर दिए हैं लेकिन दिक्कत रेडियोलॉजिस्ट की है. जिला अस्पताल बौराड़ी को पीपीपी मोड पर संचालित करने को लेकर स्थानीय लोगों और जनता ने काफी विरोध जताया छा. पीपीपी मोड के माध्यम से यहां पर जो डॉक्टर तैनात किए जाते थे वह 10-15 दिनों बाद चेंज हो जाते थे. जिसके कारण आए दिन मरीजों को इलाज कराने में समस्याएं आती थी.

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