टिहरीः जिले के एक दुर्गम इलाके से अपने किस्म का अनोखा प्रयोग किया है. जिले में टेली मेडिसिन सेवा 555 की सफलता के बाद अब एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक प्रयोगशाला से ब्लड सेंपल को लाने और ले जाने के लिए ड्रोन का सफल प्रयोग हुआ है. दरअसल, एक मानव रहित विमान यानि ड्रोन के जरिए नंदगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से टिहरी के बौराड़ी जिला अस्पताल तक करीब 36 किलोमीटर दूर खून के नमूने सफलतापूर्वक पहुंचाए गए.
सड़क के जरिये जहां ये काम पूरा होने में डेढ़ से दो घंटे का समय लगता वहीं 36 किलोमीटर की ये दूरी ड्रोन के जरिये महज 18 मिनट में पूरी कर ली गई. ड्रोन में ब्लड सैंपल के अलावा एक कूलिंग किट भी थी ताकि सैंपल खराब न हो जाएं. देश में यह अपनी तरह का पहला डेमो जिला अस्पताल बौराड़ी में किया गया है. इसका डेमो आईआईटी कानपुर के छात्रों ने प्रयोग करके दिखाया. इसके साथ ही ड्रोन से ब्लड यूनिट को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का प्रयोग करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है. साथ ही उत्तराखंड की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने में यह एक बड़ा सदम साबित हो सकता है.
यह भी पढ़ेंः कई बार कस्टडी से फरार हो चुका कुख्यात, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
इस ड्रोन की कीमत 10 से 12 लाख रुपया है. इसे आसानी से टेकअप ओर लैंड कराया जा सकता है. साथ ही इन ड्रोन की हवाई रेंज 50 किलोमीटर है. इलेक्ट्रिक संचालित यह ड्रोन 500 ग्राम तक का भार उठा सकता है. इसको चलाने के लिए दो लोगों की जरूरत पड़ती है. इसे आसानी से कहीं भी टेक ऑफ और लैंड कराया जा सकता है.