टिहरी: प्रदेश सरकार उत्तराखंड में सैन्य धाम और सैनिक विश्वविद्यालय खोलने की बात तो कर रही है, लेकिन प्रदेश के सबसे बड़े विकासखंड भिलंगना में शहीद विनोद पाल सिंह बिष्ट, छतियारा खवाड़ा मोटर मार्ग की हालत खस्ता है. मार्ग पर जनप्रतिनिधियों और आधिकारियों की नजर नहीं पड़ रही है. वहीं मार्ग की हालत खस्ता होने से हादसों का खतरा बना हुआ है.
गौर हो कि भिलंगना प्रखंड में छतियारा खवाड़ा मोटर मार्ग का नाम साल 2015 में शहीद विनोद पाल के नाम पर रखा गया. तब क्षेत्रवासियों को लगा कि बदहाल हो चुकी सड़क की दशा में सुधार आएगा. लेकिन, 7 साल बीतने के बाद भी सड़क जर्जर हालत में है. टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के बासर पट्टी के दर्जनों गांव मोटर मार्ग से जुड़े हैं. आज से दो दशक पहले इस सड़क का निर्माण किया गया था. लेकिन, लोक निर्माण विभाग व सरकार की अनदेखी के कारण मोटर मार्ग का सालों बाद भी सुधारीकरण नहीं हो सका.
साल 2009 में केपार्स गांव निवासी विनोद पाल छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. वर्ष 2015 में उक्त मोटर मार्ग का नाम शहीद विनोद पाल के नाम पर कर दिया गया. तब क्षेत्रवासियों को लगा कि अब सड़क की हालत में सुधार होगा और उनका आवागमन सुगम हो जाएगा. लेकिन, हालत यह है कि अभी तक सड़क की दशा नहीं सुधर पाई है. जगह-जगह पहाड़ी से आए मलबे के ढेर के कारण सड़क संकरी हो गई है. सड़क पर डामरीकरण तक नहीं हो पाया.
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समाजसेवी नरेश बसलियाल का कहना है कई बार संबंधित विभाग को अवगत कराया गया, लेकिन अधिकारी समस्या पर गौर नहीं कर रहे हैं. मोटर मार्ग में खस्ताहाल हाल होने से कई लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं. अधिशासी अभियंता जगदीश सिंह खाती का कहना है कि संबंधित मोटर मार्ग की हालत काफी खराब है. विभाग ने शासन को अवगत कराया है. शासन से स्वीकृति प्राप्त होने पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा.