टिहरीः उत्तराखंड के मुख्य सूचना आयुक्त अनिल चंद्र पुनेठा टिहरी पहुंचे, जहां उन्होंने प्रथम अपीलीय अधिकारी को मांगी गई सूचना को स्पष्ट रूप से आवेदक को देने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कुछ भी छिपाने की आवश्यकता नहीं है. जो सूचना नहीं दी जा सकती है, उन्हें ना दें. यदि आवेदक को स्पष्ट सूचना मिले तो वह संतुष्ट हो जाता है. उसे आयोग में आने की जरूरत नहीं पड़ती है. उन्होंने आयोग में लंबित टिहरी जिले की 10 आरटीआई शिकायतों को मौके पर ही निस्तारित किया.
मुख्य सूचना आयुक्त पुनेठा ने बताया कि कोरोना काल और मैनपावर की कमी के चलते बीते दो सालों से आयोग में 4 हजार से अधिक प्रकरण लंबित थे. लेकिन इस साल जून माह तक आयोग के सदस्यों ने रिकॉर्ड 1600 फाइलों का निस्तारण कर दिया है. बताया कि 1100 फाइलें तो पूरी तरह से बंद कर दी हैं.
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उन्होंने टिहरी जिला प्रशासन की पीठ थपथपाते हए कहा कि यहां अधिकांश शिकायत विभागीय अपीलीय अधिकारी स्तर पर हल हो रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सूचना देना और इस पर कार्रवाई होना दोनों अलग-अलग पहलू हैं. टिहरी डीएम डॉ. सौरभ गहरवार ने बीते दिनों हुई कार्यशाला में आरटीआई के संबंध में गहनता से अधिकारियों को एक्ट के अनुसार कार्रवाई करने को कहा था.