टिहरी: टिहरी झील के ऊपर बने उतरकाशी और प्रतापनगर को जोड़ने वाले स्यासु पुल की जगह-जगह से वेल्डिंग टूट गई है. साथ ही पुल के ऊपर का डामर उखड़ गया है. पुल की जालियां कई जगहों से टूट गई हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग बौराड़ी के अधिकारियों ने अब तक इस पुल की सुध नही ली है. ऐसे में लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं.
वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि वेल्डिंग एक किनारे से दूसरे किनारे तक टूट गई है और लोहे की प्लेट में गेप आ गया है. पुल एक छोटे से लोहे के टुकड़े पर टिका हुआ है. पुल की जालियों के पास तार के रस्से को सपोट देने के लिए लगाया गया वेल्डिंग उखड़ गया है. पुल की शुरूआत में पुल को जोड़ने के लिए लगाई गई लोहे की प्लेट की वेल्डिंग भी उखड़ गई है. जिससे पुल को खतरा बन गया है. पुल का मरम्मत कई सालों से नहीं होने के कारण पुल की दशा खराब बनी हुई है. वहीं, पुल का डामर भी उखड़ गया है. जिससे गाड़ियों के टायर पंचर हो रहे हैं. ऐसे में वाहन चालकों को गाड़ियां चलाने में परेशानियां हो रही हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल के ऊपर भारी वाहनों को ले जाना वर्जित है, लेकिन फिर भी लोग रात के समय चुपके-चुपके इस पुल के ऊपर से भारी वाहन जैसे जेसीबी और ट्रक ले जा रहे हैं. जिससे पुल की स्थिति जर्जर हो गई है. उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण 2005 में पूरा हो गया था और 2005 से लेकर अब तक इस पर आवागमन हो रहा है, लेकिन किसी ने भी इस पुल की सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं दिया.
टिहरी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने लोक निर्माण विभाग बौराड़ी को तलब करते हुए रिपोर्ट मांगी है. डीएम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी द्वारा बताया गया है कि इस पुल की मरम्मत तत्काल की जाएगी. वहीं, पुल के डामरीकरण व अन्य कामो कें लिए इस्टीमेट मांगकर जिलास्तर पर बजट जारी कर दिया जाएगा. जिससे तत्काल पुल का कार्य करवाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: पहाड़ों में हो रही बारिश से टिहरी झील का बढ़ा जलस्तर, बिजली उत्पादन में भी हो रही बढ़ोतरी