देहरादून: उत्तराखंड में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार कई प्रयास कर रही है. धरातल पर इन प्रयासों को असर दिख भी रहा है. यहीं कारण है कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना के तहत उत्तराखंड को टिहरी झील में फ्लोटिंग हट्स और इको-रूम बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ लॉग हट श्रेणी में उपविजेता का पुरस्कार मिला है.
थीम आधारित पर्यटक सर्किट के एकीकृत विकास के लिए योजना के तहत राज्यों द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए मंत्रालय द्वारा यह पुरस्कार दिया जाता है. इस मौके पर उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड को टिहरी झील पर 20 झोपड़ियां बनाने का सम्मान मिला है. परियोजना के लिए 11 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मंजूर की गई है.
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केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार 28 मार्च को उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को ये पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इस दौरान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है. इस सम्मान के साथ उत्तराखंड अच्छे कार्यों का प्रतिबिंब है. ये सम्मान उन्हें अच्छे कार्य के लिए प्रेरित करता है.
स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत उत्तराखंड में कई पर्यटन बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें पिथौरागढ़ जिले के आदि कैलाश, ओम पर्वत मुनस्यारी और चंपावत जिले का चूका शामिल हैं. इस बीच कटारमल, जागेश्वर और बैजनाथ देवीधुरा को भी विरासत सर्किट में विकसित किया जा रहा है.
मंत्री ने कहा कि लॉग हट्स आधुनिक पर्यटन में एक मील का पत्थर साबित होगा. पर्यावरण के अनुकूल होने के अलावा ये हट्स गर्मी में पर्यटकों को ठंडा और सर्दियों में गर्म रखने के साथ-साथ इन्सुलेटर के रूप में भी काम करती है.