धनौल्टी: आजकल शादियों में मेहंदी के दिन हर जगह कॉकटेल का दौर बड़े ही जोर- शोर से चल रहा है. मेहंदी के दिन पार्टी के नाम पर भारी भरकम रकम खर्च कर शराब और नानवेज जमकर परोसा जाता है, जिसमें आगन्तुकों का भारी जामावड़ा देखने को मिलता है. देर रात तक डीजे के शोर पर महिलाएं, बच्चे और क्या पुरूष जमकर संगीत की धुनों पर थिरकते देखने को मिलते हैं. लेकिन एक पिता ने एक ऐसी मुहिम शुरू की है जिसकी चौतरफा तारीफ हो रही है.
थौलधार ब्लाक के सरोट गांव के अर्जुन सिंह राणा ने अपनी बेटी की शादी में मेहंदी के दिन काकटेल पार्टी की जगह भजन संध्या का आयोजन कर क्षेत्र में एक नई परम्परा की शुरूआत की है.
साथ ही वे लोगों के बीच जाकर जन जागरण पर निकले हैं. अर्जुन सिह ने बताया कि आजकल लोग कॉकटेल पार्टी में भारी भरकम खर्च कर सनातन संस्कृति के खिलाफ कार्य कर रहे हैं, जिसका आने वाली पीढ़ी पर बुरा असर पड़ रहा है.
अगर हालात यूं ही रहे तो आने वाली पीढ़ी में ये यह एक गलत परम्परा बन सकती है. उन्होंने सभी से अपील की है कि समाज में ऐसी कुरीतियों को स्वीकार न करें, ताकि हमारी पूर्वजों की संस्कृति व परम्परा बनी रहे.
बताते चलें कि अर्जुन सिह राणा ने अपनी बेटी काजल की शादी के दिन एक मार्च को मेहंदी रस्म में शराब व नानवेज का बहिष्कार और वर्जित कर उस दिन माता की भजन संध्या करने का निर्णय लिया है.
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उन्होंने बताया कि जितना खर्च लोग मेहंदी के नाम पर शराब व नानवेज पर कर रहे हैं उतने खर्चे से लोग अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा पर कर सकते हैं. उन्होंने इसे एक जनजागरण चलाने की ओर कदम बताया और साथ ही कहा कि ऐसे मांगलिक कार्यो में अगर भगवान का जागरण किया जाय तो समाज में एक अच्छी परम्परा की शुरुआत होगी.
उन्होंने क्षेत्र के अधिक से अधिक लोगों को भी न्योता भेजा है. उन्होंने लोगों से आगे आने की अपील की है. ऐसी व्यवस्था से आने वाली पीढ़ी पर बुरा असर पड़ रहा है. वे इसकी शुरूआत अपनी बेटी काजल की शादी से करना चाहते हैं. उन्होंने अपनी बेटी की मेंहदी रस्म में कॉकटेल की जगह भजन संध्या का आयोजन किया है जिसमें उत्तराखंड की जानी- मानी गायिका रेशमा शाह अपनी प्रस्तुति देंगी.