रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रशासन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगा हुआ है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. अगस्त्यमुनि क्षेत्र जो केदारनाथ यात्रा का मुख्य पड़ाव है वहां जल संस्थान विभाग शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है. जिसको लेकर लोगों में खासा आक्रोश है. मामला सामने आने के बाद जल संस्थान के अधिकारी शीध्र समस्या को दूर करने की बात कह रहे हैं.
चारधाम यात्रा में सबसे ज्यादा पेयजल, सड़क एवं स्वास्थ्य को लेकर ध्यान दिया जाता है. नगर में पेयजल व्यवस्था का जिम्मा जल संस्थान के पास है. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि अगस्तमुनि में जल संस्थान जिस पानी की आपूर्ति उपभोक्ताओं को कर रहा है वह पीने योग्य नहीं है. अगस्त्यमुनि क्षेत्र जो केदारनाथ यात्रा का एक मुख्य पड़ाव है. जहां यात्री रुकर अपनी थकान दूर करते हैं. जहां खेल मैदान होने के कारण प्रशासन सड़क मार्ग बंद होने या गुप्तकाशी, सोनप्रयाग आदि स्थानों पर भीड़ बढ़ने से यात्रियों को रोकता है.
दरअसल, विगत कुछ दिनों से अगस्त्यमुनि क्षेत्र में आये दिन नलों में गन्दा पानी आ रहा है. जिससे लोग खासे परेशान हैं. लोगों का कहना है कि बरसात से पहले ये हाल है तो आगे क्या होगा. क्यों कि वर्षा काल में अधिकतर पानी की लाइनें टूट जाती हैं. लोगों का कहना कि जल संस्थान द्वारा जिस पानी की आपूर्ति की जा रही है वे पीने योग्य नहीं है. वहीं, लोगों को पानी से बीमारियां होने का डर सता रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द साफ पानी की आपूर्ति नहीं हुई तो वे विभाग के खिलाफ सड़कों पर उतरने को विवश होंगे.
जल संस्थान के अवर अभियन्ता सोनू बिष्ट का कहना है कि तड़ाग-उर्खोली मोटरमार्ग पर निर्माण कार्य चलने के कारण ठेकेदार द्वारा मलबा सौरगढ़ गधेरे में डाला जा रहा है, जिससे सौरगढ़ के स्रोत का पानी मटमैला हो जाता है. उन्होंने बताया कि ठेकेदार द्वारा मलबा रात के समय डाला जा रहा है, जिसका पता नहीं लग पाता है. गर्मी और यात्रा को देखते हुए अगस्त्यमुनि में बने नलकूप पम्प से भी पेयजल आपूर्ति की योजना है. इसके लिए नलकूप विभाग से पत्राचार किया गया है. शीघ्र ही व्यवस्था में सुधार होगा.