रुद्रप्रयागः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 सिर पर हैं. ऐसे में ठीक चुनाव से पहले ऊखीमठ और मद्महेश्वर घाटी के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. यहां ग्रामीणों में मोटरमार्गों का कार्य पूरा न होने से भारी आक्रोश है.
दरअसल, ऊखीमठ और मद्महेश्वर घाटी के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें ग्रामीणों ने बताया है कि विभागों की लापरवाही के कारण कालीमठ-जग्गी बगवान और राऊलैंक-जग्गी बगवान मोटरमार्गों का निर्माण कार्य अधर में लटका है. जिससे ग्रामीणों को आजादी के सात दशक बाद भी मीलों पैदल चलकर रोजमर्रा की काम निपटाने पड़ रहे हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि शासन-प्रशासन व कार्यदायी संस्थाओं को बार-बार अवगत कराने के बाद भी निर्माणाधीन मोटर मार्गों का कार्य अधर में लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि जग्गी बगवान गांव यातायात से वंचित रहने के कारण निर्माणाधीन मकानों की लागत कई गुना अधिक पहुंच जाती है.
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एक ओर केंद्र और प्रदेश सरकार चारधामों को ऑलवेदर रोड से जोड़ने का प्रयास कर रही है तो वहीं गांव के दोनों निर्माणाधीन मोटरमार्गों का कार्य अधर में लटकने से स्पष्ट हो गया है कि शासन-प्रशासन जग्गी बगवान के ग्रामीणों की अनदेखी कर रहा है.
गांव में शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं के लड़खड़ाने का खामियाजा भी ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. ज्ञापन में प्रधान प्रदीप राणा, प्रताप सिंह, अब्बल सिंह, चन्दन सिंह राणा, रघुवीर सिंह, भवान सिंह, सन्दीप सिंह, कुंवर सिंह राणा, पृथ्वी सिंह, शेरसिंह, राम सिंह राणा, बिक्रम सिंह, दिलवर सिंह के हस्ताक्षर मौजूद हैं.