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उत्तरकाशी से नंगे पैर मां भद्रकाली की डोली लेकर केदारनाथ पहुंचे ग्रामीण, दिखा अद्भुत समागम

बाबा केदार के दर पर इंसानों के अलावा देवी-देवताओं की भी आस्था नजर आती है. यही वजह है कि हर साल उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से देव डोलियां केदारनाथ पहुंचती है. इसी कड़ी में उत्तरकाशी जिले के बड़कोट से मां भद्रकाली की डोली केदारनाथ पहुंची. जहां अद्भुत समागम देखने को मिला. इतना ही नहीं श्रद्धालु नंगे पैर और पैदल ही डोली को लेकर आए हैं. जो अब बदरीनाथ भी जाएंगे.

Doli of Maa Bhadrakali
मां भद्रकाली की डोली
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Published : Aug 5, 2022, 8:19 PM IST

Updated : Aug 5, 2022, 9:17 PM IST

रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम एक ऐसा धाम हैं, जहां हर साल लाखों यात्री तो बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचते ही हैं, साथ ही उत्तराखंड के कोने-कोने से देवी-देवताओं की डोली भी केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन करती हैं. इससे यही प्रतीत होता है कि इंसानों के साथ ही देवताओं की भी बाबा केदार के प्रति गहरी आस्था है.

उत्तराखंड के चारों धामों में सबसे कठिन यात्रा केदारनाथ धाम की है. बरसात में बाबा केदार की यात्रा और भी कठिन हो जाती है. बरसात के समय केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को बारिश, भूस्खलन समेत उफनते नदी-नालों को पार करके केदारनाथ पहुंचना होता है. हर साल बाबा केदार के कपाट मात्र 6 महीने के लिए ही खुलते हैं, लेकिन इन 6 महीनों में ही लाखों तीर्थयात्री देश के कोने-कोने से बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. यात्रियों के साथ ही उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से देव डोलियां भी बाबा केदार के प्रति आस्था जताती है. यही कारण है कि हर साल उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से देवी और देवताओं की डोली भी केदारनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचती हैं.

केदारनाथ में मां भद्रकाली की डोली.

ये भी पढ़ेंः इंसाफ के देवता: इस मंदिर में आज भी लिखी जाती हैं चिट्ठियां, गोल्ज्यू देवता करते हैं 'न्याय'

उत्तरकाशी जिले के बड़कोट क्षेत्र से मां भद्रकाली की डोली केदारनाथ पहुंची है. यह डोली सबसे पहले गंगोत्री धाम के दर्शन कर चुकी है. अब डोली केदारनाथ दर्शन के बाद बदरीनाथ के दर्शन करेगी. डोली के साथ लगभग सौ लोग भी केदारनाथ पहुंचे हैं. ये सभी लोग नंगे पैर ही पैदल यात्रा करके केदारनाथ पहुंचे हैं. देव डोली स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ केदारनाथ मंदिर परिसर में पहुंची और मंदिर परिसर में पहुंचते ही देव डोली के साथ चल रहे भक्तों पर देवता अवतरित होकर मंदिर में नृत्य करने लगे.

मां भद्रकाली की डोली के साथ चल रहे ग्रामीणों ने बताया कि वो गंगोत्री दर्शन के बाद केदारनाथ आए हैं. अब केदारनाथ दर्शन के बाद वो डोली को बदरीनाथ धाम के दर्शनों के लिए ले जाएंगे. डोली यात्रा में 100 लोग साथ चल रहे हैं. सभी लोग नंगे पैर हैं, वो कठिन रास्तों को पार करके केदारनाथ पहुंचे हैं, लेकिन उनकी आस्था और विश्वास कायम है.

रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम एक ऐसा धाम हैं, जहां हर साल लाखों यात्री तो बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचते ही हैं, साथ ही उत्तराखंड के कोने-कोने से देवी-देवताओं की डोली भी केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन करती हैं. इससे यही प्रतीत होता है कि इंसानों के साथ ही देवताओं की भी बाबा केदार के प्रति गहरी आस्था है.

उत्तराखंड के चारों धामों में सबसे कठिन यात्रा केदारनाथ धाम की है. बरसात में बाबा केदार की यात्रा और भी कठिन हो जाती है. बरसात के समय केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को बारिश, भूस्खलन समेत उफनते नदी-नालों को पार करके केदारनाथ पहुंचना होता है. हर साल बाबा केदार के कपाट मात्र 6 महीने के लिए ही खुलते हैं, लेकिन इन 6 महीनों में ही लाखों तीर्थयात्री देश के कोने-कोने से बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. यात्रियों के साथ ही उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से देव डोलियां भी बाबा केदार के प्रति आस्था जताती है. यही कारण है कि हर साल उत्तराखंड के अनेक हिस्सों से देवी और देवताओं की डोली भी केदारनाथ के दर्शनों के लिए पहुंचती हैं.

केदारनाथ में मां भद्रकाली की डोली.

ये भी पढ़ेंः इंसाफ के देवता: इस मंदिर में आज भी लिखी जाती हैं चिट्ठियां, गोल्ज्यू देवता करते हैं 'न्याय'

उत्तरकाशी जिले के बड़कोट क्षेत्र से मां भद्रकाली की डोली केदारनाथ पहुंची है. यह डोली सबसे पहले गंगोत्री धाम के दर्शन कर चुकी है. अब डोली केदारनाथ दर्शन के बाद बदरीनाथ के दर्शन करेगी. डोली के साथ लगभग सौ लोग भी केदारनाथ पहुंचे हैं. ये सभी लोग नंगे पैर ही पैदल यात्रा करके केदारनाथ पहुंचे हैं. देव डोली स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ केदारनाथ मंदिर परिसर में पहुंची और मंदिर परिसर में पहुंचते ही देव डोली के साथ चल रहे भक्तों पर देवता अवतरित होकर मंदिर में नृत्य करने लगे.

मां भद्रकाली की डोली के साथ चल रहे ग्रामीणों ने बताया कि वो गंगोत्री दर्शन के बाद केदारनाथ आए हैं. अब केदारनाथ दर्शन के बाद वो डोली को बदरीनाथ धाम के दर्शनों के लिए ले जाएंगे. डोली यात्रा में 100 लोग साथ चल रहे हैं. सभी लोग नंगे पैर हैं, वो कठिन रास्तों को पार करके केदारनाथ पहुंचे हैं, लेकिन उनकी आस्था और विश्वास कायम है.

Last Updated : Aug 5, 2022, 9:17 PM IST
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