रुद्रप्रयाग: जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में 13 अक्टूबर, 2003 को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बीएसएफ के जवान मुरलीधर सेमवाल शहीद हो गए थे. रुद्रप्रयाग के टिमरिया गांव निवासी मुरलीधर सेमवाल की याद में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में जवान मुरलीधर सेमवाल आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद तो हुए, लेकन उन्होंने अदम्य साहस का परिचय देते हुए आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया. इस मुठभेड़ में बीएसएफ जवान मुरलीधर सेमवाल ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था.
पढ़ें: डीएवी कॉलेज के छात्रों ने शहीदों की याद में जलाये दिये, शहीदों के परिवार के साथ मनाएंगे दीवाली
टिमरिया गांव निवासी सीमा सुरक्षा बल के अमर शहीद मुरलीधर सेमवाल की शदाहत का स्मरण करते हुए राजकीय इंटर कॉलेज भीरी में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया. दीप प्रज्ज्वलित कर शहीद के चित्र पर माल्यार्पण किया गया. जिसमें वक्ताओं ने श्रद्धांजलि स्वरुप अपने विचार रखे और स्कूली छात्रों ने देश-भक्ति गीत गाकर शहीद को श्रद्धांजलि दी.
इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल 142वीं बटालियन के कमांडेंट कुलवंत कुमार की ओर से सहायक उप निरीक्षक नरेन्द्र प्रसाद गौड़ ने शहीद की पत्नी सीता देवी को शॉल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. टिमरिया गांव निवासी शहीद मुरलीधर सेमवाल ने प्रारंभिक शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज भीरी से प्राप्त की थी.
इस कार्यक्रम में आईटीबीपी के रिटायर्ड कमांडेंट पीतांबर दत्त सेमवाल, पूर्व प्रधान रघुवीर सिंह नेगी, कुशलानंद सेमवाल ने कई संस्मरणों के जरिये शहीद सेमवाल को याद किया. ऊखीमठ थानाध्यक्ष मंसूर अली भी अमर शहीद को श्रृद्धांजलि देने पहुंचे.