ETV Bharat / state

केदरानाथ धाम: पर्यटन सचिव ने गर्भगृह में जाकर की पूचा-अर्चना, श्रद्धालुओं में रोष

उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार कोई भी तीर्थयात्री गर्भगृह में नहीं जा सकता है. लेकिन पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की है, जिसका तीर्थयात्रियों ने विरोध किया है.

author img

By

Published : Jul 19, 2020, 8:19 PM IST

रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में अधिकारी किस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं इसकी एक बानगी केदारनाथ धाम में देखने को मिली. रविवार को पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने गर्भगृह में जाकर बाबा केदार की पूचा-अर्चना भी की. बता दें कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने गर्भगृह में जाकर दर्शन पर रोक लगा रखी है. कोई की श्रद्धालु गर्भगृह में नहीं जा सकता है. बावजूद इसके दिलीप जावलकर गर्भगृह में गए. जिसका लेकर श्रद्धालुओं में रोष है.

बाबा केदार के दर्शन के लिए दिव्यांशु बहुगुणा, पुष्पेन्द्र पंवार और आयुष मियां ने कहा कि पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मंदिर के भीतर जाकर गर्भगृह के दर्शन किए हैं. जबकि उत्तराखंड सरकार ने चारधाम में मंदिर के भीतर के दर्शनों पर रोक लगाई गई है. भक्त दूर-दूर से आ रहे हैं, लेकिन वे गर्भगृह के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं, जबकि अधिकारियों को इसकी छूट है. आम जनता और अधिकारियों के बीच इस प्रकार का पक्षपात क्यों किया जा रहा है?

केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं में रोष

पढ़ें-देहरादून पुलिस की अपील, बरसात में पिकनिक स्पॉट पर जाने से बचें

पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया

मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद सचिव दिलीप जावलकर ने धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और तीर्थ पुरोहितों से भी मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल भी थे. पर्यटन सचिव ने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. धाम पहुंचने पर उन्होंने शंकराचार्य समाधि स्थल, तीर्थ पुरोहित भवन, घाट निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. उन्होंने वुड स्टोन कंपनी को निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए.

केदारसभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने सचिव जावलकर को वहां की समस्याओं से रूबरू भी कराया. शुक्ला ने कहा कि होटल और ढाबा बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का धरना डेढ़ माह से जारी है, जिस पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने पर्यटन सचिव से समस्याओं के समाधान की मांग की.

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में अधिकारी किस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं इसकी एक बानगी केदारनाथ धाम में देखने को मिली. रविवार को पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने गर्भगृह में जाकर बाबा केदार की पूचा-अर्चना भी की. बता दें कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने गर्भगृह में जाकर दर्शन पर रोक लगा रखी है. कोई की श्रद्धालु गर्भगृह में नहीं जा सकता है. बावजूद इसके दिलीप जावलकर गर्भगृह में गए. जिसका लेकर श्रद्धालुओं में रोष है.

बाबा केदार के दर्शन के लिए दिव्यांशु बहुगुणा, पुष्पेन्द्र पंवार और आयुष मियां ने कहा कि पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मंदिर के भीतर जाकर गर्भगृह के दर्शन किए हैं. जबकि उत्तराखंड सरकार ने चारधाम में मंदिर के भीतर के दर्शनों पर रोक लगाई गई है. भक्त दूर-दूर से आ रहे हैं, लेकिन वे गर्भगृह के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं, जबकि अधिकारियों को इसकी छूट है. आम जनता और अधिकारियों के बीच इस प्रकार का पक्षपात क्यों किया जा रहा है?

केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालुओं में रोष

पढ़ें-देहरादून पुलिस की अपील, बरसात में पिकनिक स्पॉट पर जाने से बचें

पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया

मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद सचिव दिलीप जावलकर ने धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और तीर्थ पुरोहितों से भी मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल भी थे. पर्यटन सचिव ने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. धाम पहुंचने पर उन्होंने शंकराचार्य समाधि स्थल, तीर्थ पुरोहित भवन, घाट निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. उन्होंने वुड स्टोन कंपनी को निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए.

केदारसभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने सचिव जावलकर को वहां की समस्याओं से रूबरू भी कराया. शुक्ला ने कहा कि होटल और ढाबा बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का धरना डेढ़ माह से जारी है, जिस पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने पर्यटन सचिव से समस्याओं के समाधान की मांग की.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.