रुद्रप्रयाग: पहाड़ी इलाकों में इन दिनों हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में कोहरा पड़ने से लोगों को परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है. पिछले लंबे समय से बारिश न होने के कारण रुद्रप्रयाग में सर्दी सितम ढा रही है. सुबह और सायं के समय लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं. स्थिति यह है कि सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशी भी इसानों के साथ ठंड से बचने के लिये अलाव की खोज कर रहे हैं. ठंड का असर बाजारों पर भी पड़ रहा है. सुबह सात बजे खुलने वाला बाजार इन दिनों दस बजे खुल रहा है.
पहाड़ों में इन दिनों सर्दी कहर ढ़ा रही है. लंबे समय से बारिश न होने के कारण इन दिनों कोरी ठंड बढ़ गई है. ठंड से बचने के लिये सुबह से सायं तक बाजारों में रहने वाले लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की जनता ठंड अधिक होने के कारण बाजारों का रुख नहीं कर रही है. इस समय बारिश की सख्त आवश्यकता होती है. फसलों के अलावा इंसानों के लिए भी इस समय की बारिश जरूरी है, लेकिन लंबे समय से बारिश नहीं हुई है. जिस कारण अब दिक्कतें बढ़ रही हैं.
पढ़ें-उत्तराखंड के इन 6 जिलों में कोहरा बढ़ा सकता है लोगों की टेंशन, येलो अलर्ट जारी
बारिश न होने के कारण ठंड लगातार बढ़ती जा रही है. इसके साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होनी चाहिए थी, लेकिन इस बार कम बर्फबारी ही देखने को मिली है. मदमहेश्वर घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी नहीं होने से आग की घटनाएं सामने आ रही हैं. जंगलों में लग रही भीषण आग से जहां पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, वहीं वन्य जीव-जंतुओं पर भी खतरा मंडरा रहा है. वहीं वन विभाग की टीम आग पर काबू पाने में लगी हुई है.