रुद्रप्रयागः भगवान केदारनाथ, द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मद्महेश्वर और तृतीय केदार में शुमार भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने की प्रक्रिया तेज हो गई है. तीनों धामों से चल विग्रह उत्सव डोलियों के रवाना होने की तिथियां विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थलों में पंचाग गणना के अनुसार घोषित कर दी जाएगी.
देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि भगवान केदारनाथ के कपाट हर साल भैयादूज पर्व पर बंद होने की परंपरा है. इस साल आगामी नवंबर महीने में भैयादूज का पर्व का संयोग है. इसी परंपरा के तहत रविवार यानी कल भगवान केदारनाथ के कपाट बंद होने का लगन व चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन की तिथि शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में पंचाग गणना के अनुसार वेदपाठियों की ओर से घोषित की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः महाअष्टमी पर कन्याओं का पूजन, मां दुर्गा से कोरोना मुक्ति की कामना
उन्होंने बताया कि द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मद्महेश्वर के कपाट बंद होने और चल विग्रह उत्सव डोली के हिमालय से ऊखीमठ आगमन की तिथि भी शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में घोषित की जाएगी. साथ ही बताया कि तृतीय केदार के नाम से विख्यात भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दी स्थल मार्कडेय तीर्थ मक्कूमठ में वेदपाठियों की ओर से पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जाएगी.