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बाबा केदार के दर्शन को आए तीन और तीर्थयात्रियों की मौत, सरकार की तैयारियों पर खड़े हुए सवाल

केदारनाथ धाम की यात्रा में प्रशासन की तमाम सुविधाओं के बाद तीर्थयात्रियों की मौतें हो रही हैं, जिससे प्रशासन की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. अब तक सुविधाओं की अभाव के चलते 11 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है.

तीन और तीर्थयात्रियों की मौत.
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Published : May 26, 2019, 4:49 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा के दौरान अब तक मरने वालों की संख्या 11 पहुंच चुकी है. वहीं, अभी 2 दिनों के भीतर तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो जाने के कारण प्रशासन की स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल खड़े होने शुरू हो चुके हैं. तीर्थयात्रियों की मौत का कारण सही समय पर इलाज न मिल पाना बताया जा रहा है. साथ ही यात्रा के दौरान मरीजों के पास सही समय पर इमरजेंसी हेलीकॉप्टर भी नहीं पहुंच पा रहा है.

तीन और तीर्थयात्रियों की मौत.

दरअसल, केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को भारी मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है. तीर्थयात्री स्वास्थ्य जानकारी और इलाज के अभाव में काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर अव्यवस्थाएं हावी हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य केन्द्र तो खोले गये हैं, लेकिन इन केन्द्रों में बेहतर सुविधाएं नहीं हैं. इसके अलावा केदारनाथ में सिक्स सिग्मा की टीम तैनात की गई है, जबकि सरकारी अस्पताल भी अस्थाई तौर पर खोला गया है. दोनों ही केन्द्रों से यात्रियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है.

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केदारनाथ में इस बार अधिक ठंड होने के कारण और स्वास्थ्य सुविधाएं न मिल पाने के कारण तीर्थयात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में ठंड के कारण भी तीर्थयात्रियों की तबीयत खराब हो रही है. केदारनाथ यात्रा में अब तक ऑक्सीजन की कमी, हार्ट अटैक और ठंड के कारण 11 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो दिनों के भीतर 3 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारधाम में रात के समय पड़ने वाली भारी ठंड के कारण नीलूवाई गोविंद गड़े पत्नी गोविंद गड़े (उम्र 69) निवासी दरेगांव तालुका मडखेड़ दरेगांव (नादेड़) महाराष्ट्र का स्वास्थ्य खराब होने के कारण मृत्यु हो गई. मूंगापति अन्नपूर्णा पत्नी मूंगापति राममोहन निवासी श्रीनिवास नगर सिकंदराबाद हैदराबाद (उम्र 66 वर्ष) की आकस्मिक मृत्यु हो गई. पुलिस टीम की ओर से दोनों शवों को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजा गया.

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वहीं दूसरी ओर केदारनाथ दर्शनों से वापस लौट रही एक बुजुर्ग महिला की अधिक ठंड लगने के कारण मौत हो गई. अपने परिजनों के साथ केदारनाथ के दर्शन कर वापस लौट रही 76 वर्षीय सुमन बाई पत्नी सदाशिव गलांगा निवासी बड़वानीवीर महाराष्ट्र की भीमबली के आसपास अधिक ठण्ड लगने के कारण अचानक स्वास्थ्य खराब होने लगा, जिसके बाद एसडीआरएफ व पुलिस टीम की ओर से महिला यात्री को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र भीमबली में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा के दौरान अब तक मरने वालों की संख्या 11 पहुंच चुकी है. वहीं, अभी 2 दिनों के भीतर तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो जाने के कारण प्रशासन की स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल खड़े होने शुरू हो चुके हैं. तीर्थयात्रियों की मौत का कारण सही समय पर इलाज न मिल पाना बताया जा रहा है. साथ ही यात्रा के दौरान मरीजों के पास सही समय पर इमरजेंसी हेलीकॉप्टर भी नहीं पहुंच पा रहा है.

तीन और तीर्थयात्रियों की मौत.

दरअसल, केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को भारी मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है. तीर्थयात्री स्वास्थ्य जानकारी और इलाज के अभाव में काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर अव्यवस्थाएं हावी हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य केन्द्र तो खोले गये हैं, लेकिन इन केन्द्रों में बेहतर सुविधाएं नहीं हैं. इसके अलावा केदारनाथ में सिक्स सिग्मा की टीम तैनात की गई है, जबकि सरकारी अस्पताल भी अस्थाई तौर पर खोला गया है. दोनों ही केन्द्रों से यात्रियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है.

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केदारनाथ में इस बार अधिक ठंड होने के कारण और स्वास्थ्य सुविधाएं न मिल पाने के कारण तीर्थयात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में ठंड के कारण भी तीर्थयात्रियों की तबीयत खराब हो रही है. केदारनाथ यात्रा में अब तक ऑक्सीजन की कमी, हार्ट अटैक और ठंड के कारण 11 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो दिनों के भीतर 3 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारधाम में रात के समय पड़ने वाली भारी ठंड के कारण नीलूवाई गोविंद गड़े पत्नी गोविंद गड़े (उम्र 69) निवासी दरेगांव तालुका मडखेड़ दरेगांव (नादेड़) महाराष्ट्र का स्वास्थ्य खराब होने के कारण मृत्यु हो गई. मूंगापति अन्नपूर्णा पत्नी मूंगापति राममोहन निवासी श्रीनिवास नगर सिकंदराबाद हैदराबाद (उम्र 66 वर्ष) की आकस्मिक मृत्यु हो गई. पुलिस टीम की ओर से दोनों शवों को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजा गया.

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वहीं दूसरी ओर केदारनाथ दर्शनों से वापस लौट रही एक बुजुर्ग महिला की अधिक ठंड लगने के कारण मौत हो गई. अपने परिजनों के साथ केदारनाथ के दर्शन कर वापस लौट रही 76 वर्षीय सुमन बाई पत्नी सदाशिव गलांगा निवासी बड़वानीवीर महाराष्ट्र की भीमबली के आसपास अधिक ठण्ड लगने के कारण अचानक स्वास्थ्य खराब होने लगा, जिसके बाद एसडीआरएफ व पुलिस टीम की ओर से महिला यात्री को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र भीमबली में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

केदारनाथ यात्रा में 3 और तीर्थयात्री की मौत
तबियत बिगड़ने पर सही समय पर ईलाज न मिलने से हुई मौत
अब तक 11 तीर्थयात्रियों की हो चुकी है मौत
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - यात्री मौत
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/26 मई 2019/रुद्रप्रयाग/एवी
एंकर - केदारनाथ यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या 11 हो चुकी है। दो दिन के भीतर तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। तीर्थयात्रियों को सही समय पर ईलाज नहीं मिल पा रहा है। यहां तक कि उन्हें सही समय पर इमरजेंसी हेलीकाॅप्टर भी नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे उनकी मौत हो रही है। यात्रा पड़ावों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के प्रशासन के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
दरअसल, केदारनाथ यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को भारी मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है। उन्हें ना ही सही जानकारी मिल पा रही है और ना ही समय से उन्हें ईलाज मिल पा रहा है। गौरीकुण्ड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर अव्यवस्थाएं हावी हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य केन्द्र तो खोले गये हैं, लेकिन इन केन्द्रों में बेहतर सुविधाएं नहीं हैं। इसके अलावा केदारनाथ में सिक्स सिग्मा की टीम तैनात की गई है, जबकि सरकारी अस्पताल भी अस्थाई तौर पर खोला गया है। दोनों ही केन्द्रों से यात्रियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। केदारनाथ में इस बार ठंड काफी है। ऐसे में प्रशासन को व्यवस्थाएं बनानी चाहिए थी, लेकिन धाम में अव्यवस्थाएं होने से तीर्थयात्री काफी परेशान हैं। केदारधाम सहित यात्रा पड़ावों में अलाव की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में ठंड के कारण भी तीर्थयात्रियों की तबियत खराब हो रही है। केदारनाथ यात्रा में अब तक आॅक्सीजन की कमी, हद्यगति रूकने और ठंड के कारण 11 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि दो दिनों के भीतर तीन यात्री मर चुके हैं। इनमें रात के समय भारी ठंड के कारण नीलूवाई गोविंद गड़े पत्नी गोविंद गड़े उम्र 69 वर्ष निवासी दरेगांव तालुका मडखेड़ दरेगांव (नादेड़) महाराष्ट्र का स्वास्थ्य खराब होने के कारण मृत्यु हो गई, जबकि मूंगापति अन्नपूर्णा पत्नी मूंगापति राममोहन निवासी श्रीनिवास नगर सिकंदराबाद हैदराबाद आंध्र प्रदेश उम्र 66 वर्ष की आकस्मिक मृत्यु हो गई। पुलिस टीम की ओर से दोनों शवों को पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजा गया। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ दर्शनों से वापस लौट रही एक बुजुर्ग महिला तीर्थयात्री की अधिक ठंड लगने के कारण मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा। अपने परिजनों के साथ केदारनाथ के दर्शन कर वापस लौट रही 76 वर्षीय सुमन बाई पत्नी सदाशिव गलांगा निवासी काला हनुमाननगर, बड़वानीवीर महाराष्ट्र की भीमबली के आसपास अधिक ठण्ड लगने के कारण अचानक स्वास्थ्य खराब होने लगा, जिसके बाद एसडीआरएफ व पुलिस टीम की ओर से महिला यात्री को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र भीमबली में ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। इसके बाद उनके शव को राजकीय एलोपेथिक चिकित्सालय गौरीकुंड लाया गया, जहां पुलिस ने शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। अब तक केदारनाथ दर्शनों के लिए आए ग्यारह तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। केदार यात्रा के दौरान तबियत बिगड़ने पर यात्रियों को इमरजेंसी सेवा में हेलीकाॅप्टर भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। हेलीकाॅप्टर सेवाएं अपनी मनमानी में लगे हैं। ऐसे में तीर्थयात्रियों को भारी मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है।


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