रुद्रप्रयाग: सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड के फैसले को लेकर और कोरोना वायरस के बीच केदारनाथ यात्रा खोलने के विरोध में तीर्थ पुरोहितों का धरना जारी है. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि सरकार उनके हक-हकूकों के साथ छेड़छाड़ और अधिकारों का हनन कर रही है. इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
दरअसल, केदारनाथ मंदिर के तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि हजारों सालों से तीर्थ पुरोहित सनातन धर्म को बचाने के लिए कार्य कर रहे है. कोरोना वायरस के बीच यात्रा नहीं होनी चाहिए. ऐसे में कोई अगर धाम में बीमारी आती है तो इसके बुरे परिणाम निकलेंगे. इस बीच तीर्थ पुरोहित उनके भवनों के साथ हो रही छेड़छाड़ का भी विरोध कर रहे हैं.
इसे लेकर तीर्थ पुरोहित बारिश के बीच धरने में डटे हुये हैं. तीर्थ पुरोहित मंदिर प्रागंण में धरना दे रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों का यह धरना पिछले एक सप्ताह से चल रहा है. इस बीच तीर्थ पुरोहित केदारनाथ धाम में रैली भी निकाल रहे हैं.
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वहीं केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित उमेश पोस्ती का कहना है कि केदारनाथ धाम के हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिये. तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लेकर कार्य होने चाहिये. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में यात्रा बड़े खतरे को न्योता देगी, जो काफी चिंताजनक है.