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Kedarnath Dham: इस बार शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान रहेगी केदारपुरी, मृत्युंजय हिरेमठ ने दिए हैं स्वर - Badri Kedar Temple Committee

केदारनाथ धाम के कपाट 26 अप्रैल को खुल रहे हैं. जिसको लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. इस बार श्रद्धालुओं को मंदिर में शुभप्रभात केदार स्तोत्र के स्वर सुनाई देंगे. शुभप्रभात केदार स्तोत्र में बदरी-केदार मंदिर समिति के वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने स्वर दिया है.

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Published : Feb 25, 2023, 7:57 AM IST

रुद्रप्रयाग: इस बार भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद पहली बार केदार पुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान होगी. शुभप्रभात केदार स्तोत्रम के उच्चारण से जहां केदारपुरी का वातावरण भक्तिमय होगा, वहीं केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से रूबरू होंगे. शुभप्रभात केदार स्तोत्र को बदरी-केदार मंदिर समिति के वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने स्वर दिया है.

शुभप्रभात केदार स्तोत्र में 15 पदों को शामिल किया गया है. शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रथम तीन पदों को शिव पुराण के सृष्टिखण्ड के रूद्र संहिता से लिया गया है. बाकी 12 पदों को दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल ने लिखा है. शुभप्रभात केदार स्तोत्र के उच्चारण व गायन से जहां ब्रह्म बेला से ही केदारपुरी का वातावरण भक्तिमय बना रहेगा. वहीं भगवान केदारनाथ के दर पर पहुंचने वाले शिव भक्तों को भगवान शंकर की महिमा का विस्तृत ज्ञान होगा. केदार स्तोत्र को स्वर देने वाले वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रकाशन की लालसा बहुत पहले से थी, मगर भगवान केदारनाथ की आज्ञा स्वरूप ही शुभप्रभात केदार स्तोत्र का प्रकाशन हो पाया है.
पढ़ें-Chardham Yatra 2023: 22 अप्रैल को खुलेंगे गंगोत्री यमुनोत्री के कपाट, 26 से शुरू होगी केदारनाथ यात्रा

उन्होंने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रकाशन में पंडौ स्टूडियो श्रीनगर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है तथा 12 पदों के लेखन में दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल की विशेष भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि परम पिता परमेश्वर का आदेश हुआ तो केदारघाटी के अन्य तीर्थों की महिमा पर भी शुभप्रभात स्तोत्र का प्रकाशन प्रयास किया जाएगा. मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि मृत्युंजय हिरेमठ, दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल व सभी के प्रयासों से पहली बार केदारपुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से गुंजायमान होगा. साथ ही शिव भक्तों के मन में भगवान केदारनाथ के प्रति अगाध श्रद्धा बनेगी.
पढ़ें-Badrinath Yatra 2023: 27 अप्रैल को खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट

कार्यधिकारी आरसी तिवारी का कहना है कि केदारघाटी में मंदिर समिति के अधीन संचालित शिवालयों में भी ब्रह्म बेला पर शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रसारण का प्रस्ताव अगली बोर्ड बैठक में रखा जाएगा, जिससे केदार घाटी के शिवालयों का वातावरण ब्रह्म बेला पर भक्तिमय बना रहे. वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र में भगवान शंकर की महिमा का गुणगान बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया गया है.

रुद्रप्रयाग: इस बार भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद पहली बार केदार पुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र से गुंजायमान होगी. शुभप्रभात केदार स्तोत्रम के उच्चारण से जहां केदारपुरी का वातावरण भक्तिमय होगा, वहीं केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से रूबरू होंगे. शुभप्रभात केदार स्तोत्र को बदरी-केदार मंदिर समिति के वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने स्वर दिया है.

शुभप्रभात केदार स्तोत्र में 15 पदों को शामिल किया गया है. शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रथम तीन पदों को शिव पुराण के सृष्टिखण्ड के रूद्र संहिता से लिया गया है. बाकी 12 पदों को दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल ने लिखा है. शुभप्रभात केदार स्तोत्र के उच्चारण व गायन से जहां ब्रह्म बेला से ही केदारपुरी का वातावरण भक्तिमय बना रहेगा. वहीं भगवान केदारनाथ के दर पर पहुंचने वाले शिव भक्तों को भगवान शंकर की महिमा का विस्तृत ज्ञान होगा. केदार स्तोत्र को स्वर देने वाले वेदपाठी मृत्युंजय हिरेमठ ने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रकाशन की लालसा बहुत पहले से थी, मगर भगवान केदारनाथ की आज्ञा स्वरूप ही शुभप्रभात केदार स्तोत्र का प्रकाशन हो पाया है.
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उन्होंने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रकाशन में पंडौ स्टूडियो श्रीनगर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है तथा 12 पदों के लेखन में दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल की विशेष भूमिका रही है. उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि परम पिता परमेश्वर का आदेश हुआ तो केदारघाटी के अन्य तीर्थों की महिमा पर भी शुभप्रभात स्तोत्र का प्रकाशन प्रयास किया जाएगा. मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने कहा कि मृत्युंजय हिरेमठ, दिल्ली निवासी अंकुर नागपाल व सभी के प्रयासों से पहली बार केदारपुरी शुभप्रभात केदार स्तोत्र की महिमा से गुंजायमान होगा. साथ ही शिव भक्तों के मन में भगवान केदारनाथ के प्रति अगाध श्रद्धा बनेगी.
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कार्यधिकारी आरसी तिवारी का कहना है कि केदारघाटी में मंदिर समिति के अधीन संचालित शिवालयों में भी ब्रह्म बेला पर शुभप्रभात केदार स्तोत्र के प्रसारण का प्रस्ताव अगली बोर्ड बैठक में रखा जाएगा, जिससे केदार घाटी के शिवालयों का वातावरण ब्रह्म बेला पर भक्तिमय बना रहे. वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने बताया कि शुभप्रभात केदार स्तोत्र में भगवान शंकर की महिमा का गुणगान बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया गया है.

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