ETV Bharat / state

रुद्रप्रयाग: शिक्षकों की अनुठी पहल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चल रहा 'स्कूल' - मीडिया प्लेटफार्म

रुद्रप्रयाग में शिक्षक स्काइ एप व सोशल प्लेटफार्म के जरिए छात्रों से जुड़ रहे हैं. जिससे छात्रों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए.

Rudraprayag
स्काइ एप
author img

By

Published : Apr 23, 2020, 7:42 PM IST

रुद्रप्रयाग: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. इस बीच उत्तराखंड में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद हैं. जिसके चलते छात्र व छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है. राहत वाली खबर यह है कि शिक्षकों ने सिलेबस कंप्लीट कराने का बीड़ा उठाया है. छात्र स्काइप ऐप व सोशल प्लेटफार्म के जरिए शिक्षकों से जुड़ रहे हैं. जिससे छात्र व छात्राओं को सिलेबस पूरी करने में सहायक होगी.

बता दें कि राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के शिक्षकों ने अपने- अपने तरीके से घरों से ही छात्रों का सिलेबस पूरा करने का बीड़ा उठाया है. कोई यूट्यूब चैनल के माध्यम से पढ़ा रहा है तो कोई व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर, कोई स्काइप एप पर तो कोई जूम ऐप के द्वारा छात्रों को पढ़ा रहा है. प्राचार्य डॉ आशा देवी दर्शन शास्त्र के विद्यार्थियों को ऑनलाइन अध्ययन करा रही हैं. भौतिक विज्ञान के प्राध्यापक डॉ बुद्धिबल्लभ त्रिपाठी ने स्नातक एवं परास्नातक कक्षाओं के लिए यूट्यूब चैनल बनाया है. ऐसे ही अलग- अलग विषयों के प्रध्यापक मीडिया प्लेटफार्म के जरिए छात्रों से जुड़ रहे हैं.

पढ़ें: जि. पं. अध्यक्ष ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दिया 10 लाख का चेक

महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ आशा देवी ने बताया कि कोरोना महामारी के संकट में शिक्षण कार्य में व्यापक रूप से तकनीकी का प्रयोग किया जा रह है. वहीं, सुगम एवं दुर्गम क्षेत्रों के विद्यार्थियों को एक साथ एक ही समय पर अध्ययन सामाग्री उपलब्ध कराई जा रही है. जिन छात्रों के पास इंटरनेट की सुविधा का अभाव है, उनके लिए अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.

रुद्रप्रयाग: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. इस बीच उत्तराखंड में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद हैं. जिसके चलते छात्र व छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है. राहत वाली खबर यह है कि शिक्षकों ने सिलेबस कंप्लीट कराने का बीड़ा उठाया है. छात्र स्काइप ऐप व सोशल प्लेटफार्म के जरिए शिक्षकों से जुड़ रहे हैं. जिससे छात्र व छात्राओं को सिलेबस पूरी करने में सहायक होगी.

बता दें कि राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि के शिक्षकों ने अपने- अपने तरीके से घरों से ही छात्रों का सिलेबस पूरा करने का बीड़ा उठाया है. कोई यूट्यूब चैनल के माध्यम से पढ़ा रहा है तो कोई व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर, कोई स्काइप एप पर तो कोई जूम ऐप के द्वारा छात्रों को पढ़ा रहा है. प्राचार्य डॉ आशा देवी दर्शन शास्त्र के विद्यार्थियों को ऑनलाइन अध्ययन करा रही हैं. भौतिक विज्ञान के प्राध्यापक डॉ बुद्धिबल्लभ त्रिपाठी ने स्नातक एवं परास्नातक कक्षाओं के लिए यूट्यूब चैनल बनाया है. ऐसे ही अलग- अलग विषयों के प्रध्यापक मीडिया प्लेटफार्म के जरिए छात्रों से जुड़ रहे हैं.

पढ़ें: जि. पं. अध्यक्ष ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दिया 10 लाख का चेक

महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ आशा देवी ने बताया कि कोरोना महामारी के संकट में शिक्षण कार्य में व्यापक रूप से तकनीकी का प्रयोग किया जा रह है. वहीं, सुगम एवं दुर्गम क्षेत्रों के विद्यार्थियों को एक साथ एक ही समय पर अध्ययन सामाग्री उपलब्ध कराई जा रही है. जिन छात्रों के पास इंटरनेट की सुविधा का अभाव है, उनके लिए अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.