रुद्रप्रयागः विश्व विख्यात केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुलने जा रहे हैं. ऐसे में कपाट खुलने में 2 महीने से कम समय रह गया है. लेकिन केदारनाथ धाम में अभी भी बर्फबारी जारी है. केदारनाथ धाम चारों तरफ से बर्फ से घिरा है. केदारनाथ धाम में सिर्फ और सिर्फ बर्फ दिखाई दे रही है. धाम से बहने वाली मंदाकिनी नदी के किनारे भी बर्फ जमी है. ऐसा लग रहा है कि नदी भी जम चुकी है.
आगामी 6 मई को आम भक्तों के लिए बाबा केदार के कपाट दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे. प्रशासनिक स्तर से भी यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं. लेकिन बाबा के धाम अभी भी बर्फ से ढका है. केदार धाम में चारों ओर बर्फ की मोटी परत दिखाई दे रही है. धाम में पांच फीट से अधिक बर्फ जमी है. केदारनाथ धाम को जोड़ने वाले गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी कई बड़े-बड़े ग्लेशियर बने हैं. अप्रैल महीने में अब इन ग्लेशियरों को काटकर भक्तों के लिए रास्ता तैयार किया जाएगा. फिलहाल धाम में पिछले दो महीनों से संचार एवं विद्युत सेवा भी ठप है.
वहीं, जिलाधिकारी मनुज गोयल का कहना है कि केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू होने में अभी दो महीने का समय है. इसको लेकर प्रशासन स्तर पर तैयारियां की जा रही है. पैदल मार्ग पर जमी बर्फ को साफ किया जा रहा है. साथ ही केदारनाथ मंदिर के आस-पास भी बर्फ को हटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बर्फ साफ करने के बाद धाम में पुनर्निर्माण कार्य भी शुरू कर दिए जाएंगे. कपाट खुलने से पहले धाम में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जाएंगी.
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जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने किया निरीक्षणः केदारनाथ धाम की यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित कराने को लेकर जिलाधिकारी मनुज गोयल के निर्देशन में संबंधित अधिकारियों को केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के निर्देश दिए गए हैं. पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए किए जा रहे कार्यों का जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने डीडीआरएफ टीम एवं मास्टर ट्रेनरों के साथ मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से शुरू करने के लिए पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के निर्देश दिए गए हैं, जिस पर निरंतर संबंधित कार्मिकों द्वारा बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि छोटी लिनचोली तक बर्फ हटाने का कार्य किया गया है. इसके आगे का बर्फ हटाने का कार्य प्रगति पर है.