रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि महाविद्यालय में पर्वतीय कृषि पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और जिले के कृषकों ने भाग लिया. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि को बढ़ावा देने और पलायन को रोकने पर चर्चा हुई.
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में कृषक मुरली सिंह चौधरी ने द्वीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया. इस मौके पर मुरली सिंह चौधरी ने कहा कि युवावर्ग गांव में कार्य करने को तैयार नहीं है, जबकि शिक्षित युवा और युवतियां गांव में ही वैज्ञानिक तरीके से कृषि कर स्वरोजगार को बढ़ावा दे सकते हैं. उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि जब वे दिव्यांग होकर कृषि कार्य कर अच्छी आमदानी कर सकते हैं, तो अन्य भी कर सकते हैं. वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियालने अपने सम्बोधन में कहा कि छात्र- छात्राएं नकारात्मक विचारों को त्यागकर असंभव लक्ष्य को भी हासिल कर सकते हैं.
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इस दौरान उन्होंने सफल उद्यमियों का उदाहरण भी दिया. साथ ही जिलाधिकारी ने छात्र-छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि वे कृषि में बेहतर संभावनाओं को तलासते हुए कार्य कर सकते हैं. वहीं काश्तकारी को स्वरोजगार का साधन बना सकते हैं, जिससे पलायन को रोका जा सका है.वहीं जनपद से पलायन कर हरिद्वार आईटीसी कंपनी में कार्यरत टेक्नीशियनों ने भी अपनी बातों को सामने रखा. उन्होंने कहा कि प्राइवेट कम्पनियों में युवाओं का शोषण किया जाता है. साथ ही मासिक वेतन भी मात्र पन्द्रह हजार तक दिया जा रहा है, जिसमें भरण-पोषण बहुत मुश्किल होता है. इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार साझा किए.